नई दिल्ली: अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने कहा है कि उनकी पार्टी शराब पर बैन के पक्ष में पूरी तरह नहीं है. हासन के मुताबिक बैन लगाने से लोगों को और ज़्यादा नुकसान होगा. साथ ही उनका मानना है कि उनकी पार्टी मुफ्त में भी शराब बांटने के पक्ष में नहीं है.

उन्होंने कहा "इसको लेकर बदलाव की जरूरत है. अभी सवाल ये है कि क्या शराब की दुकानों की संख्या इस तरह लगातार बढ़नी चाहिए. आपको यहां पोस्ट ऑफिस जल्दी नहीं मिलेंगे, लेकिन तमिलनाडु सरकार के शराब की दुकानों को आपको तलाश करने की कोई जरूरत नहीं पड़ती. ये दुकानें हर जगह है. हमें इसे बदलना होगा."

कमल हासन ने ये बातें उस वक्त कही हैं जब विपक्षी पार्टियां राज्य में शराब पर पूरी तरह बैन लगाने की मांग कर रही है.

तमिल पत्रिका आनंद विकटन में अपने कॉलम में हासन ने लिखा है, ''ये आसान नहीं है कि पूरा समाज शराब को पसंद न करे. इतिहास गवाह है कि शराब पर पूरी तरह बैन लगाने से दुनिया भर में माफिया को बढ़ावा मिला है. शराब पीना जुए की तरह नहीं है जिसे अचानक रोका जा सकता है."

इस कॉलम में उन्होंने आगे लिखा है, "शराब की खपत कम हो सकती है, लेकिन ये पूरी तरह बंद हो सकती है इस पर मुझे संदेह है.''

कमल हासन ने ये भी कहा है कि वो स्कूलों के पास शराब की दुकान खुलने को लेकर काफी परेशान है. साथ ही वो इस बात से भी परेशान हैं कि राजनीतिक दल महिला वोट बैंक के लिए शराब पर पूरी तरह बैन लगाने की बात कर रहे हैं.

इसी महीने कमल हासन ने अपनी पार्टी लॉन्च की है. उनकी पार्टी का नाम मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) यानी जन इंसाफ केंद्र रखा है. उन्होंने वादा किया है कि उनकी पार्टी भ्रष्टाचार मुक्त पार्टी होगी. साथ ही उन्होंने सभी के लिए शिक्षा, जाति भेदभाव के बिना समाज और युवाओं को नौकरी जैसे तमाम वादे किए है.