जिनपिंग को फिर राष्ट्रपति बनाने के लिए बदलेगा चीन का संविधान
बीजिंग: चीन की सत्ताधारी वामपंथी पार्टी ने रविवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अनिश्चिकाल तक पद पर बने रहने का रास्ता साफ कर दिया है। इसके तहत उस संवैधानिक बंधन को हटा दिया है जिसके चलते सिर्फ दो बार ही राष्ट्रपति बना जा सकता था।
64 वर्षीय शी जिनपिंग को देश के संविधान के मुताबिक दो बार पांच साल का राष्ट्रपति का कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ता। लेकिन, उनके पहले कार्यकाल के पूरा होने के बाद पांच मार्च से शुरू हो रहे पार्लियामेंट की वार्षिक बैठक में शी जिनपिंग को दोबारा औपचारिक रूप से दूसरे कार्यकाल के लिए चुन लिया जाएगा।
पार्टी अध्यक्ष और सैन्य प्रमुख के तौर पर कार्यकाल की वैसे तो कोई सीमा नहीं है लेकिन अधिकतम 10 वर्ष की सीमा का एक मानदंड है। शी जिनपिंग ने पार्टी और सैन्य अध्यक्ष के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत पिछले साल अक्टूबर में पांच साल बाद हुए कांग्रेस की बैठक के खत्म होने के बाद की थी।
इस बात की ख़बर सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कुछ जानकारियों के साथ दी है। इसमें कहा गया है कि प्रस्ताव पार्टी की सर्वोच्च संस्था केन्द्रीय समिति की तरफ से की गई थी। इस प्रस्ताव में उप-राष्ट्रपति पद में बदलाव की भी बात कही गई है। 64 वर्षीय शी चिनफिंग को पहली बार 2013 में देश का राष्ट्रपति चुने जाने के साथ ही पार्टी के मुखिया की जिम्मेदारी दी गई थी।