‘गीतों के दरवेश : गोपाल दास नीरज’ का बिग बी ने किया विमोचन
मुंबई: सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने आज मुंबई के जुहू स्थित अपने निवास "जनक" में कॉफ़ी टेबुल बुक गीतों के दरवेश : गोपाल दास नीरज का विमोचन किया I कॉफ़ी टेबुल बुक का प्रकाशन लखनऊ स्थित हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया गया है I हिंदी के प्रसिद्ध कवि और मुंबई की फिल्म नगरी के मशहूर गीतकार डॉ. गोपाल दास नीरज की जीवन यात्रा और लगभग गत 78 वर्षों से जारी उनके कविता रचना धर्म को इस पुस्तक में समाहित करने का प्रयास किया गया है I हिंदी कविता के कवि सम्मेलनों में एकछत्र राज करने वाले प्रसिद्द छायावादी कवि डॉ. हरिवंश राय बच्चन को यह पुस्तक सादर समर्पित की गयी है I डॉ. बच्चन महानायक अमिताभ बच्चन के स्वर्गीय पिता थे I बच्चन जी द्वारा प्रारम्भ कवि सम्मेलनों के आयोजन की परम्परा डॉ. गोपाल दास नीरज ने पूरी जीवंतता के साथ आगे बढ़ाया है I पुस्तक का संपादन हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक ट्रस्टी श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल तथा उनकी पत्नी डॉ. रूपल अग्रवाल ने किया है I
अमिताभ बच्चन ने इस अवसर पर नीरज जी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि नीरज जी ने अपने ऊपर आधारित कॉफ़ी टेबुल बुक को बाबू जी (स्व. श्री हरिवंश राय बच्चन) को समर्पित किया है जिसके लिए मैं उनका आभारी हूँI श्री बच्चन ने नीरज जी के स्वास्थ का हाल-चाल लिया एवं नीरज जी की दीर्घायु की कामना की I श्री बच्चन ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, हर्ष वर्धन अग्रवाल व डॉ. रूपल अग्रवाल के सामाजिक एवं साहित्यिक कार्यों की प्रशंसा एवं सराहना कीI
इस अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल ने बताया कि कवि सम्मेलनों के माध्यम से अपार सफलता अर्जित करने के कारण नीरज जी को मुम्बई में फिल्मों के लिए गीत लेखन का आमंत्रण मिला I नीरज जी के द्वारा रचित, कारवां गुज़र गया, देखती ही रहो आज तुम दर्पन, वो हम न थे, वो तुम न थे, शोखियों में घोला जाए फूलों का शबाब, आज मदहोश हुआ जाए रे, स्वप्न झरे फूल से,मीत चुभे शूल से, लिखे जो खत तुझे, ऐ भाई! जरा देख के चलो, दिल आज शायर है, जीवन की बगिया महकेगी, मेघा छाए आधी रात, खिलते हैं गुल यहाँ, फ़ूलों के रंग से, रंगीला रे! तेरे रंग में, मेरो सैयां गुलाबी फूल, राधा ने माला जपी श्याम की, रेशमी उजाला है, मखमली अंधेरा, कहता है जोकर सारा जमाना, काल का पहिया, आदमी हूँ,आदमी से प्यार करता हूँ के अलावा अन्य कई गीत बहुत मशहूर हुए I नीरज जी लगभग पांच वर्ष तक मुंबई में रहे और यहाँ देव आनंद , राज कपूर , मनोज कुमार जैसी मशहूर हस्तियों के संपर्क में आए और उनकी फिल्मों के लिए गीत लिखे I साथ ही उनके संपर्क में मशहूर संगीतकार , जैसे एस. डी. बर्मन, रोशन , शंकर जयकिशन, जयदेव, हेमंत कुमार जैसे संगीतकार भी आए I नीरज जी को सफल गीत लेखन के लिए फिल्म फेयर पुरस्कारों से भी नवाज़ा गया I
श्री अग्रवाल ने बताया कि 94 वर्षीय गोपाल दास नीरज ने महानायक अमिताभ बच्चन को कॉफ़ी टेबुल बुक का विमोचन करने के लिए धन्यवाद दिया है I
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. रूपल अग्रवाल ने इस अवसर पर अवगत कराया कि कविता रचना की प्रेरणा नीरज जी को डॉ. हरिवंश राय बच्चन के कविता संग्रह 'निशा निमंत्रण' से मिलीI उन्होंने कहा कि उनका ट्रस्ट साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के अतिरिक्त समाज और विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है I