कानपूर: पेन बनाने वाली कंपनी रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। कंपनी पर सात बैंको को करीब 3700 करोड़ रुपये चूना लगाने का आरोप है। यह पैसा लोन के तर्ज पर लिया गया, मगर चुकाया नहीं गया। सीबीआई ने कोठारी परिवार को पहले दिल्ली मुख्यालय पूछताछ के लिए बुलाया, फिर गिरफ्तार किया। जांच एजेंसी ने दो दिन पहले जब कानपुर में छापेमारी के दौरान भी पिता-पुत्र से लंबी पूछताछ की थी।

बताया जाता है कि रोटोमैक कंपनी के मालिक ने सात प्रमुख बैंकों से आयात और निर्यात के लिए 2919 करोड़ रुपये के लोन लिए थे। ब्याज के बाद यह धनराशि 3695 रुपये हो गई। आरोप है कि कंपनी मालिक ने इस धनराशि से बिजनेस करने की जगह अपने पास रख लिया। इसके लिए फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल हुआ। सीबीआई ने दो दिन पहले कंपनी के कानपुर स्थित प्रतिष्ठान पर छापेमारी की थी, इस दौरान आयात-निर्यात से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए थे। जिनके आधार पर सीबीआई पिछले तीन दिन से पूछताछ कर रही थी। कानपुर में पूछताछ के बाद उन्हें बुधवार को दिल्ली मुख्यालय सीबीआई ने बुलाया। पूछताछ में सहयोग न करने पर पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि सबसे पहले बैंक ऑफ बड़ौदा ने फर्जी कागजातों के आधार पर लोन लेकर अदायगी न करने की शिकायत सीबीआई में दर्ज कराई थी। जिसके बाद सीबीआई ने रोटोमैक के दफ्तर पर छापेमारी की थी। सीबीआई की एफआईआर में कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी, बेटे राहुल कोठारी और पत्नी साधना कोठारी सहित लोन में सहयोग करने वाले बैंक अधिकारियों के नाम दर्ज हैं।