BHU में नाथूराम गोडसे का महिमामंडन, मचा बवाल
वाराणसी : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में बुधवार को महात्मा गांधी की हत्या के दोषी नाथूराम गोडसे पर एक नाटक का आयोजन किया गया. BHU के कुछ छात्रों ने इसे लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. छात्रों को आपत्ति है कि इसमें गोडसे को महिमामंडित किया गया है. उनका आरोप है कि ये नाटक विवादित मराठी नाटक 'मैं नाथूराम गोडसे बोल रहा हूं' पर आधारित था, जिसमें महात्मा गांधी को बंटवारे का दोषी और उनकी हत्या को जायज़ ठहराया गया है.
ये नाटक BHU की 'फैकल्टी ऑफ आर्ट्स' द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा था. नाटक का वीडियो वायरल हो गया है. वीडियो में छात्र स्टेज पर मौजूद कलाकारों का उस्ताह बढ़ा रहे हैं. इस दौरान लगातार तालियां बज रही है. आप डायलॉग को सुन सकते हैं जहां कहा जा रहा है “ मुझे गर्व था मैं हिंदू हूं. गांधी अहिंसा से हिंसा करने लगे, मुसलमानों का साथ दिया, नहीं देखा गया सोचा गांधी को जाना होगा''
इस वीडियो को देखने के बाद कुछ छात्रों ने विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन को शिकायत की है. शिकायत करते हुए छात्रों ने कहा है कि ये नाटक गांधी की विरासत को धूमिल करने की साजिश का हिस्सा है ऐसे में इसकी जांच की जानी चाहिए.
"महात्मा गांधी ने सत्याग्रह की नींव रखी और BHU के संस्थापक मदन मोहन मालवीय साथ उनके अच्छे संबंध थे. लेकिन गांधी जी को BHU में अपमानित किया गया, जबकि गोडसे की तारीफ की गई. ये राष्ट्रद्रोह से कम नहीं है."
शिकायत में आगे कहा गया है कि इस घटना ने स्वतंत्रता संग्राम के उच्च आदर्शों और साथ ही संविधान और BHU के मूल्यों को चोट पहुंचाई है.
NSUI के राज्य अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा “BHU के परिसर में नाथुराम गोडसे को हीरो के तौर पर दिखाया जा रहा है, ये दुर्भाग्यपूर्ण है''