“स्वच्छ हवा एवं पर्यावरण हमारा वैलेंटाइन” के सन्देश के साथ प्रदेश भर के युवा हुए एकजुट

लखनऊ: सौ 100 प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान के अंतर्गत क्लाइमेट एजेंडा संस्था के द्वारा “लखनऊ मांगे स्वच्छ हवा” कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह आयोजन निरंतर बढ़ते वायु प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिये आयोजित किया गया जिसमे उत्तर प्रदेश के 10 से अधिक विश्वविद्यालयों के युवाओं ने भाग लिया. प्रदूषण के सवाल पर गोमती रिवर फ्रंट पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान 3 घंटे तक युवाओं ने पेंटिंग, गायन और समूह परिचर्चा के माध्यम से समस्या का समाधान खोजने का प्रयास किया.

कार्यक्रम के बारे में 100 प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान की प्रदेश सचिवालय प्रभारी सानिया अनवर ने बताया “सभी विश्वविद्यालयों से जुटे नौजवानों ने 100 मीटर लम्बे कैनवास पर वायु प्रदूषण के संभावित समाधान सुझाए. साझे कैनवास पर चित्रकारी के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा, बेहतर और स्वच्छ ऊर्जा आधारित सार्वजनिक परिवहन, हरित पट्टी के विकास, कचरा निस्तारण की वैज्ञानिक पद्धति का विकास आदि को समाधान के रूप में दर्शाने की कोशिश की. वाराणसी से आये इंडीसिया संगीत समूह ने उपस्थित वालंटियरों, चित्रकारों, और कार्यक्रम में शामिल अन्य अतिथियों के बीच पर्यावरण प्रदूषण से बचाव सम्बन्धी सन्देश देने वाले मनोरंजक गीत और संगीत प्रस्तुत किया. कार्यक्रम के अंत में एक परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमे लखनऊ शहर के प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया.”

कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए शहर की जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता ताहिरा हसन ने हाल ही में जारी रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि लखनऊ समेत पूरा उत्तर प्रदेश वायु प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है. 4 नवजात बच्चे प्रति घंटे राज्य में स्वच्छ हवा की कमी के कारण दम तोड़ रहे हैं.

ऐसे में, राज्य और केंद्र सरकार के साथ साथ आम जनता को भी कदम से कदम मिलाने की जरूरत है. वायु प्रदूषण में कमी लाना न केवल बच्चे और बुजुर्गों के स्वास्थय से जुड़ी एक गंभीर आवश्यकता है, बल्कि अधिकाँश आबादी की आर्थिक सुरक्षा से भी जुड़ा मसला है.

प्रज्ञा इंटर नॅशनल संस्था के निदेशक और पर्यावरण कार्यकर्ता श्री प्रमिल द्विवेदी ने 100 प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि लखनऊ शहर को ऐसे आयोजनों की सख्त जरूरत है, जिसके माध्यम से राज्य सरकार को आवश्यक कदम उठाने के लिये प्रेरित किया जा सके. वायु प्रदूषण अब एक जानलेवा समस्या बन चुका है, और मिल जुल कर हमें कड़े कदम उठाने ही होंगे.

लखनऊ शहर के जाने माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और उच्च न्यायालय के लखनऊ बेंच के वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट मोहम्मद शोएब ने कहा कि स्वच्छ वायु प्रत्येक नागरिक का मूल अधिकार है. इसे सुनिश्चित करने की दिशा में व्यापक प्रयास किये जाने की जरूरत है. न्यायालयों की और से हाल में कई शानदार फैसले आये हैं, और सरकारों को इन फैसलों पर अमल करने की अत्यधिक आवश्यकता है.

इस कार्यक्रम के आयोजक क्लाइमेट एजेंडा संस्था की ओर से बोलते हुए मुख्य अभियानकर्ता एकता शेखर ने कहा “वायु प्रदूषण एक क्षेत्रीय समस्या है. इसके समाधान के लिये भी क्षेत्रीय आधार पर पहल करनी होगी. राज्य सरकार की ओर से जारी प्रादेशिक सौर ऊर्जा नीति एक स्वागत योग्य पहल है. लेकिन, वायु गुणवत्ता जांच, कचरा निस्तारण, स्वच्छ ऊर्जा आधारित परिवहन आदि तमाम सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं. जब तक इन सभी समस्याओं के समाधान के प्रयास नहीं होंगे, तब तक वायु प्रदूषण का समेकित समाधान खोजना मुश्किल बना रहेगा.”

इस आयोजन में मुख्य रूप से सौरभ यादव, ओम प्रकाश, आमरा कमर, रितेश द्विवेदी, ब्रिजेश, तान्या, सान्या, प्रीती, निवेदिता, संगीता, प्रिया, समेत लखनऊ विश्वविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, कानपुर विश्वविद्यालय, मेरठ विश्वविद्यालय, गोरखपुर विश्वविद्यालय, अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय, शक्तिनगर एन टी पी सी आदि के छात्र छात्राएं मौजूद रहे.