नई दिल्ली: जज लोया की मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट में भले ही पहुंच गया है, मगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस मामले की जांच सीबीआई से नहीं चाहते हैं, बल्कि स्वतंत्र जांच चाहते हैं. शुक्रवार को राहुल गांधी ने अन्य सांसदों के साथ इस मामले पर राष्ट्रपति से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा. इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जज लोया और अन्य दो की मौत से लोकसभा और राज्यसभा के सांसद चिंतित हैं और सभी इसकी स्वतंत्र जांच चाहते हैं और इसके लिए एसआईटी का गठन किया जाए.

जज लोया के मामले पर राहुल गांधी समेत विपक्षी पार्टियों के प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मिले. इसके बाद राहुल ने कहा कि जज लोया की मौत संदिग्ध हालात में हुई है. अगर इस मामले की जांज सही से होती है तो यह उनके और उनके परिवार के लिए बड़ी बात होगी.

राहुल गांधी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि 15 पार्टियों के 114 सांसद राष्ट्रपति से मिले और मोमेरेंडम पर हस्ताक्षर किया. उन्होंने कहा कि जज लोया की मौत संदिग्ध है. इतना ही नहीं, दो अन्य जजों की मौत भी संदिग्ध है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति से मुलाकात उनकी सकारात्मक रही और उन्होंने सकारात्मक जवाब भी दिये.

उन्होंने कहा कि हम इस मामले पर स्वतंत्तर इकाई द्वारा उचित चांज कराना चाहते हैं ताकि परिणाम सबके सामने सही से आ सके. बता दें कि जज लोया की मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की बेंच के पास है और इस पर अभी लगातार सुनवाई जारी है.