नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार से आग्रह किया है कि किसी भी भारतीय मुसलमान को 'पाकिस्तानी' कहकर पुकारने वाले व्यक्तियों को तीन साल कैद की सज़ा दिलवाने के लिए कानून लेकर आए.

संसद के निचले सदन लोकसभा में सरकार के समक्ष अपनी मांग रखते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "ऐसा कानून लाइए, ताकि किसी भी मुस्लिम को अगर पाकिस्तानी कहा जाए, तो कहने वाले को तीन साल की कैद भुगतनी पड़े…" उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि उनकी मांग को माना नहीं जाएगा, और BJP के नेतृत्व वाली सरकार इस तरह का विधेयक नहीं लाएगी.

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत में रहने वाले मुसलमानों ने मोहम्मद अली जिन्ना की दो राष्ट्र के सिद्धांत को खारिज कर दिया था. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश किए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान यह भी दावा किया है कि तीन तलाक के खिलाफ लाया गया बिल 'महिला-विरोधी' है.

इंस्टैंट ट्रिपल तलाक को प्रतिबंधित करने वाले विधेयक को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने हाल ही में सरकार की आलोचना की थी और दावा किया था कि संसद में प्रस्तुत किया गया बिल सामाजिक समस्याओं का समाधान नहीं है. उन्होंने यह भी दावा किया था कि ट्रिपल तलाक बिल 'मुस्लिम पुरुषों को जेल में डालने की साज़िश' है. अपनी बात को मजबूती देने के लिए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था, "दहेज के लिए होने वाली मौतें तथा महिलाओं के खिलाफ होने वाले अन्य अपराध नहीं रुके, जबकि उनके खिलाफ खासतौर पर कानून बनाए गए थे…"

गौरतलब है कि असदुद्दीन ओवैसी ने 'पाकिस्तान चले जाओ' जैसी टिप्पणियों का सामना किया है. मार्च, 2016 में शिवसेना ने 'भारत माता की जय' बोलने से इंकार करने पर असदुद्दीन ओवैसी को लताड़ा था और 'पाकिस्तान चले जाओ' की सलाह दी थी. शिवसेना के मंत्री रामदास कदम ने कहा था, "ओवैसी को भारत में रहने का अधिकार नहीं है, क्योंकि वह उस देश का सम्मान नहीं करते, जिसने उन्हें बहुत कुछ दिया. उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए, या हम उन्हें इस मुल्क से बाहर निकाल देंगे."