दुल्हनों के वस्तुकरण के खिलाफ ज़ी टीवी ने छेड़ी मुहिम
जहां शादी किसी के भी जीवन का अगला महत्वपूर्ण पड़ाव मानी जाती है, वहीं अपने जीवनसाथी को लेकर बहुत-सी उम्मीदें भी की जाती हैं। आखिर एक औरत को एक आदर्श दुल्हन बनने के लिए क्या करना पड़ता है? इसी विचार के साथ ज़ी टीवी ने अपने आगामी फिक्शन शो ‘कलीरें‘ के बारे में जागरूकता जगाने के लिए एक खास अभियान छेड़ा। इस चैनल ने सामाजिक कार्यकर्ता और एक्टर-प्रोड्यूसर गुल पनाग के साथ हाथ मिलाया है, जो जिंदगी अपनी शर्तों पर जीने में यकीन रखती हैं। उनके साथ मिलकर ज़ी टीवी ने #ChangeHerNot नाम का सोशल मीडिया प्रयोग किया, जिसके लिए उन्होंने एक खास तरह की मैट्रिमोनियल वेबसाइट www.mysonikudi.com पेश की, जो दरअसल असली नहीं थी।
ज़ी टीवी की डिजिटल एजेंसी बिग ट्रंक के द्वारा तैयार की गई वेबसाइट www.mysonikudi.com में शादी के इच्छुक लड़कों के लिए हर तरह की दुल्हनों का विकल्प पेश किया गया, जिसमें घरेलू दुल्हन, गोरी एवं सुंदर, खाना बनाने में दक्ष दुल्हन समेत बहुत से गुणों वाली दुल्हनों के विकल्प रखे गए जिन्हें समाज ने इन वर्षों में उन पर लाद रखे हैं। इस दुर्भाग्यपूर्ण चलन को उजागर करने और दर्शकों को इन रूढ़िवादी मान्यताओं पर सवाल उठाने के लिए प्रेरित करने हेतु इस मैट्रिमोनियल साइट को गुल पनाग के सहयोग से सोशल मीडिया पर पेश किया गया। बड़े ही निराशाजनक रूप से इस वेबसाइट को कुछ ही घंटों में लड़की तलाश रहे दूल्हों की तरफ से हजारों की संख्या में रजिस्ट्रेशन मिले। हालांकि यह सोशल मीडिया प्रयोग सही मायनों में सफल रहा, जब ट्विटर पर इसके खिलाफ जोरदार आवाज उठी। बहुत से लोगों ने इस बात पर आपत्ति जताई कि दुल्हनों को किसी श्रेणी में बांटना और उन्हें शादी के लिए बदल देना उचित नहीं है। जब इस वेबसाइट और #ChangeHerNot अभियान का असली मकसद सामने लाया गया, तब इसे सभी लोगों का जबर्दस्त सहयोग मिला।
एक्टर गुल पनाग कहती हैं, ‘‘मैंने हमेशा जिंदगी अपनी शर्तों पर जी है और मैं मानती हूं कि मेरा व्यक्तित्व ही मेरी असली पहचान है। ऐसे में खुद को बदलना, वो भी शादी के लिए, यह अपने आप में विरोधाभास पैदा करता है। www.mysonikudi.com ऐसा पोर्टल है जिसमें दुल्हनों को जानबूझकर अलग-अलग श्रेणियों में रखा गया है – गोरी चिट्टी दुल्हन, संस्कारी दुल्हन, वेस्टर्न कपड़े ना पहनने वाली दुल्हन और ऐसी ही कई बेतुकी मांगें। इस पोर्टल का उद्देश्य ही लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं पाना था। सोशल मीडिया पर इसे लेकर हुए विरोध से मैं बहुत खुश हूं। हालांकि यह वेबसाइट असली नहीं है लेकिन यह मुद्दा असली है। अब समय आ गया है कि हम इस तरह की खोखली परंपराओं को पीछे छोड़ें और #ChangeHerNot पर चर्चा करें। ज़ी टीवी ने न सिर्फ देश में यह मुद्दा उठाया बल्कि इस विषय पर ‘कलीरें‘ जैसा शो भी बनाया।