कासगंज में हिंसा के बाद तनावपूर्ण ख़ामोशी
घर-घर की तलाशी, अब तक 80 लोग गिरफ्तार
कासगंज: गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में दो समुदायों के बीच हिंसा के बाद इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है. हालात सुधारने के उपायों पर चर्चा के लिये रविवार को शांति समिति की बैठक हुई. अलीगढ़ जोन के पुलिस महानिरीक्षक संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि हालात को पटरी पर लाने के भरसक प्रयास किये जा रहे हैं. हालांकि, आज शहर के नदरई गेट इलाके के बाकनेर पुल के पास एक गुमटी में आग लगा दी गयी. नामजद आरोपियों के घरों पर दबिश दी जा रही है. पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि हिंसा में शामिल लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की तामील की जाएगी. अब तक 80 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. घर-घर में तलाशी ली जा रही है. कुछ जगहों से विस्फोटक तत्व बरामद हुए हैं.
ओपी सिंह ने कहा कि गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय पर्व है और इसे मनाने के लिये किसी की इजाजत की जरूरत नहीं है. इस बीच, हालात के मद्देनजर कासगंज में शांति समिति की बैठक आयोजित की गयी. आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक अजय आनन्द ने बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में दावा कि शहर में डर का माहौल नहीं है. पुलिस ने वारदात पर रोक लगायी है और घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शांति समिति की बैठक में शहर के गणमान्य लोग शामिल थे और बैठक में तय किया गया कि सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें खोलेंगे. आगरा के मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने कहा कि बैठक के दौरान सभी पक्षों ने अपना-अपना नजरिया पेश किया और मौजूदा हालात को लेकर अपनी चिंता जाहिर की.
प्रशासन ने उनकी हरसम्भव मदद का आश्वासन दिया है. बैठक में शामिल लोगों से अपने-अपने इलाकों में निगरानी रखने को कहा गया है. शर्मा ने कहा कि दुकानदारों से कहा गया है कि वे अपने-अपने प्रतिष्ठान खोलें. प्रशासन सुरक्षा सुनिश्चित करेगा. दुकानें खुलेंगी तो हालात धीरे-धीरे सामान्य हो जाएंगे. जिला प्रशासन वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों को चिह्नित कर रहा है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. इस बीच, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कासगंज में हुई घटना को दुखद बताते हुए इसकी निन्दा की. उन्होंने कहा कि जो लोग भी इसके लिये दोषी हैं, उनमें से एक भी व्यक्ति नहीं बख्शा जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद हालात की समीक्षा की है. अपराधी चाहे जितना बड़ा या प्रभावशाली हो, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कुछ लोग लूटपाट कराने और आपसी मतभेद कराने कोशिश कर रहे हैं.