राजपथ पर दिखी हिंदुस्तान की शक्ति, कला और संस्कृति
नई दिल्ली: : शुक्रवार 26 जनवरी को भारत अपना 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। साल 1950 में आज के ही दिन भारत का संविधान अस्तित्व मे आया था और भारत पूर्ण गणतंत्र देश बना। दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस का समारोह समाप्त हो चुका है। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड करीब 90 मिनट तक चली। इस समारोह में शामिल होने के लिए पीएम मोदी समेत सभी आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी राजपथ पहुंचे। भारत-आसियान सम्मेलन में शामिल होने आये आसियान देशों के नेता गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि थे। सभी मुख्य अतिथि सबसे पहले राष्ट्रपति भवन गए। फिर सुबह 9.35 बजे के बाज सभी को अलग-अलग कारों से राजपथ लाया गया। प्रोटोकॉल के मुताबिक सबसे पहले ब्रुनेई के प्रधानमंत्री और फिर थाईलैंड के राजा पहुंचे थे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान तीनों सेनाओं के सेनाध्यक्ष भी पीएम के साथ मौजूद रहे।
इस बार आसियान देशों के 10 राष्ट्र प्रमुख गणतंत्र दिवस के मेहमान थे इसलिए परेड में उनके देश का झंडा और उनकी संस्कृति भी दिखी। परेड में विदेश मंत्रालय की ओर से आसियान देशों पर केंद्रित दो झांकियां दिखीं। इसमें शिक्षा से लेकर संस्कृति के साथ-साथ धर्म व व्यापार की झलक भी नज़र आई। 20 साल बाद चीन सीमा पर देस की सुरक्षा में तैनात आईटीबीपी के हिमवीर भी झांकी भी दिखी। इस परेड में देश के अलग-अलग राज्यों और केन्द्रीय मंत्रालयों की कुल 23 झाकियां राजपथ पर दिखीं।