प्रदेश में पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है कानून व्यवस्था: कांग्रेस
लखनऊ: प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। प्रदेश में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलन्द हो चुके हैं कि राजधानी लखनऊ में दिन-दहाड़े डकैतियां हो रही हैं एवं महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। मुख्यमंत्री आवास के पास दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं। प्रदेश सरकार आम जनता की सुरक्षा के प्रति कितनी संजीदा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 23 दिन के बाद उत्तर प्रदेश में पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति हो पायी है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि जिस प्रकार प्रदेश सरकार ने एन्काउण्टर के नाम पर अपराधियों में खौफ बनाने का दावा किया है लेकिन मात्र दो दिनों में ही राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में दिल दहलाने वाली घटनाएं हुई हैं जिनमें चिनहट में डकैती एवं हत्या, दो महिलाओं ने रात भर खेत में छिपकर जान बचाई, काकोरी में डकैती एवं हत्या, मलिहाबाद में डकैती एवं प्रधान पुत्र की हत्या, नाका में व्यवसायी के घर में घुसकर पत्नी की हत्या, ठाकुरगंज में नाबालिक के साथ बलात्कार आदि घटनाएं पुलिस एवं सरकार की क्षमता पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। प्रदेश सरकार अपराधियों पर लगाम लगाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रदेश की योगी सरकार कानून व्यवस्था को लेकर कोमा में चली गयी है।
श्री सिंह ने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर भारतीय जनता पार्टी बड़े-बड़े दावे कर रही थी किन्तु प्रदेश में जबसे योगी सरकार सत्ता में आयी है सबसे अधिक घटनाएं महिलाओं के साथ उत्पीड़न की हो रही हैं। महिलाओं के साथ बलात्कार एवं हत्या की घटनाएं समाचारपत्रों की सुर्खियां बन रही हैं। जनप्रतिनिधियों को भी अपराधी नहीं बख्श रहे हैं। चाहे मेरठ हो, आगरा हो, गाजीपुर हो, लखनऊ हो, हरदोई हो या रायबरेली सहित अन्य तमाम जनपद हों, अपराधी स्वच्छन्द होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और बेखौफ घूम रहे हैं। उत्तर प्रदेश मंे अपराध का ग्राफ पूरे देश की तुलना में सर्वाधिक बढ़ा है।
प्रवक्ता ने कहा कि जहां कानून व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रहा है वहीं प्रदेश सरकार द्वारा अपराधियों के एन्काउण्टर के मुद्दे पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयेाग प्रदेश सरकार को कई बार नोटिस जारी कर चुका है। इससे साबित होता है कि प्रदेश सरकार और पुलिस किस कदर संवेदनहीन हो चुकी है।