शाहखर्ची में योगी अखिलेश से ढाई गुना आगे
लखनऊ: समाज के अंतिम छोर पर खड़े अंतिम व्यक्ति की बात सबसे पहले करने वाली
लोहिया की समाजवादी विचारधारा के उलट पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की
सरकार की शाहखर्ची की खबरें उनके पूरे 5 साल के कार्यकाल में सामने आती
रही थी पर अब सूबे की राजधानी लखनऊ से जो खबर आ रही है वह वाकई चौंकाने
वाली है l संत और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार अब
शाहखर्ची में पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार को पछाड़ने के साथ-साथ भारत के
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकारी शाहखर्ची पर लगाम लगाने की मुहिम को
पलीता लगाती भी दिखाई दे रही है l लखनऊ निवासी फायरब्रांड आरटीआई
कंसलटेंट और इंजीनियर संजय शर्मा ने अपनी एक आरटीआई पर सूचना एवं
जनसंपर्क निदेशालय से आये जबाब के आधार पर योगी आदित्यनाथ की सरकार पर पर
अखिलेश यादव की सरकार के मुकाबले 257% से अधिक शाहखर्च होने का आरोप
लगाते हुए सरकारी शाहखर्ची पर योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है l
लोकजीवन में पारदर्शिता,जबाबदेही और मानवाधिकार संरक्षण के लिए काम कर
रहे देश के नामचीन कार्यकर्ताओं में शुमार होने वाले संजय शर्मा ने बीते
23 मई को उत्तर प्रदेश के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय में आरटीआई अर्जी
दायर करके उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18
में खरीदे गए एलईडी टेलीविज़न की संख्या और इनको खरीदने पर व्यय की गई
धनराशि की सूचना माँगी थी l सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय के जन सूचना
अधिकारी और सहायक निदेशक दिनेश कुमार गर्ग ने बीते 15 दिसम्बर को सहायक
दूरदर्शन अभियंता राम किशुन के बीते 11 दिसम्बर के पत्र को संलग्न करके
संजय को जो सूचना दी है उसने टीवी खरीद पर योगी सरकार की शाहखर्ची की पोल
खोल दी है l
संजय को बताया गया है कि मंत्रियों और विशिष्ट व्यक्तियों के शासकीय
आवासों और कार्यालयों के लिए वित्तीय वर्ष 2016-17 में अखिलेश सरकार ने
21 जून को 40 इंच के एक टीवी पर 56,800/-;28 सितम्बर को 32 इंच के 6 टीवी
खरीदने पर 1,64,953/- और 13 जनवरी को 32 इंच के 3 टीवी खरीदने पर
95,700/- खर्चे जबकि वित्तीय वर्ष 2017-18 में योगी सरकार ने वित्तीय
वर्ष 2016-17 में 30 मार्च को 32 इंच के 11 टीवी खरीदने पर 3,02,500/- ;
16 मई को 32 इंच के 20 टीवी खरीदने पर 5,50,000/- और 4 अक्टूबर को 65 इंच
का एक टीवी 2,83,676/- में खरीदा l इस प्रकार अखिलेश की सरकार ने अपने
आख़िरी साल में टीवी खरीद पर 3,17,453/-खर्ची तो योगी सरकार ने 9 महीनों
में ही 11,36,176/- खर्च डाले हैं l इस प्रकार वर्तमान सरकार ने पिछली
सरकार के मुकाबले ढाई गुने से अधिक पैसा ( 8,18,723/- ) टीवी खरीद पर
खर्च कर डाला है जबकि इस वितीय वर्ष के 3 माह अभी शेष हैं l संजय ने अधिक
संख्या में टीवी खरीदने और इस खरीद पर जनता का अधिक पैसा खर्चने के आधार
पर योगी को अखिलेश के मुकाबले अधिक शाहखर्च बताया है l
योगी सरकार की इस शाहखर्ची को भारत के प्रधानमंत्री के शाहखर्च रोकने के
अभियान के खिलाफ बताते हुए मानवाधिकार कार्यकर्ता संजय शर्मा ने योगी
आदित्यनाथ से उच्च अपेक्षाओं की बात कही है और अपने अपंजीकृत संगठन
‘तहरीर’ की ओर से योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सभी क्षेत्रों में सरकारी
शाहखर्ची रोकने की नीति बनाने और इस नीति को अमल में लाने के प्रभावी
कदम उठाकर प्रधानमंत्री की सरकारी मितव्ययिता की मुहिम को सफल बनाने की
अपील करने की बात इस स्वतंत्र पत्रकार से की गई एक एक्सक्लूसिव वार्ता
में कही है l