नोवा आईवीआई फर्टिलिटी ने लखनऊ में खुला अत्याधुनिक केंद्र
लखनऊ: भारत की नंबर 1’ फर्टिलिटी क्लिनिक श्रृंखला नोवा आईवीआई फर्टिलिटी ने आज लखनऊ में अपने नए केंद्र की शुरुआत की। शहर के मध्य में शहनजफ रोड, हजरतगंज में स्थित यह अत्याधुनिक केंद्र उत्तर प्रदेश में नोवा का पहला केंद्र है। कुशल चिकित्सकों के साथ यह केंद्र पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए बांझपन उपचार से संबंधित सभी सेवाएं प्रदान करेगा, जिनमें काउंसलिंग, अल्ट्रासाउंड मॉनिटरिंग, पुरुष और महिला प्रजनन मूल्यांकन, आईयूआई, आईवीएफ, आईसीएसआई और डोनर प्रोग्राम शामिल हैं।
भारत में जनन क्षमता वाले आयु वर्ग के ऐसे जोडों की संख्या 27-30 मिलियन है, जो स्वाभाविक रूप से एक बच्चे को जन्म देने में असमर्थ हैं। बेतरतीब जीवन शैली, अस्वास्थ्यकर आदतों और मोटापे, कैंसर आदि जैसे अन्य रोगों के बढने के कारण बांझपन का दंश झेलने वाले जोडों की संख्या बढती जा रही है। इसके अलावा, अत्यधिक मानसिक और शारीरिक तनाव, देर से विवाह, धूम्रपान, आनुवंशिक विकार जैसे कारणों से भी प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड रहा है। जाहिर है कि सेहत से जुडे मुद्दों में आज बांझपन चिंता का एक प्रमुख बनता जा रहा है और इस मुद्दे को दूर करने के लिए व्यापक रूप से उपचार की मांग की जा रही है।
नोवा आईवीआई फर्टिलिटी के डायरेक्टर डॉ मनीष बैंकर ने कहा, ‘‘युवा विवाहित जोड़ों के बीच भी बांझपन बढ़ रहा है। यदि कोई दंपती एक वर्ष से बच्चे को जन्म देने की कोशिश कर रहा है और उसे सफलता नहीं मिल रही है, तो उन्हें समय पर चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए, ताकि आगे की जटिलताओं से बचा जा सके। देर से शादी करने की बढ़ती प्रवृत्ति के साथ, महिलाओं का ध्यान इस तथ्य की तरफ नहीं जाता कि जब वे 35 साल की उम्र पार कर जाती हंै, तो उनकी प्रजनन क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। सही समय पर परिवार शुरू करने के लिए जरूरी है कि आप सही प्लानिंग करें।‘‘
नोवा आईवीआई फर्टिलिटी के चीफ एक्जीक्यूटिव आॅफिसर नरेश राव ने कहा, ‘‘भारत में असिस्टेड रेप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजीज (एआरटी) कई वर्षों में विकसित हुई है। तकनीकी प्रगति और विशेषज्ञ चिकित्सकों के कारण हम बांझपन के उपचार में अच्छी सफलता हासिल कर पाए हैं। हमें इस बात पर गर्व है कि भारत में उन्नत एआरटी तकनीकों जैसे- पीजीएस, पीजीडी और एमएसीएस का उपयोग करने में हम अग्रणी रहे हैं और इस दिशा में हमने पूर्ण नैतिक प्रक्रियाओं और उन्नत चिकित्सा प्रक्रियाओं को अपनाया है। लखनऊ में हमारा केंद्र पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए सर्वोत्तम-स्तर के उपचार की सुविधा उपलब्ध कराता है। मैं लखनऊ शहर में अपने पहले केंद्र के शुभारंभ की घोषणा करते हुए बेहद खुश हूं, इसके सहयोग से हम दंपतियों को सबसे यादगार तरीके से संतान सुख देने में सक्षम हो पाएंगे।‘‘