दलित विरोधी मानसिकता से ग्रसित है योगी सरकार: सिद्धिश्री
लखनऊ: प्रदेश में मौजूदा भाजपा सरकार दलित विरोधी मानसिकता से ग्रसित होकर काम कर रही है। लगातार दलितों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं और उनके मामलों में कार्यवाही भी नहीं हो रही हैं एफआईआर दर्ज कराने पर पीडि़त दलितों पर ही क्रास एफआईआर दर्ज करा दी जा रही है।
प्रदेश कंाग्रेस अनुसूचित जाति विभाग की उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी श्रीमती सिद्धिश्री ने कहा कि प्रदेश में आये दिन गरीब दलित महिलाओं का उत्पीड़न किया जा रहा है व बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। बेकसूर दलित युवक को बेरहमी से सरेआम पीटा जा रहा है। ऐसी सैंकड़ों घटनाएं हैं जिनका पता नहीं चल पाता है आखिर कब तक यह समाज घुट-घुटकर जुल्म सहकर सिसकता रहेगा। क्या गरीब दलित परिवार में जन्म लेना ही उनका दोष है?
श्रीमती सिद्धिश्री ने कहा कि मंदिर-मस्जिद करने, भगवाकरण करने से सभी वर्गों का विकास या प्रदेश में खुशहाली नहीं लायी जा सकती है। प्रदेश में सरकार बने नौ माह बीत चुके हैं लेकिन दलित समाज के विकास के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है न ही विकास के लिए आवंटित फण्ड का फलित उपयोग ही हो सका है।
उन्होने कहा कि बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जी को मौके-मौके पर याद कर दलित प्रेम दिखाने वाले दलित विरोधी सरकार को अब बाबा साहब के सिद्धान्त एवं विचारधारा से प्रेरणा लेनी चाहिए। सबका साथ-सबका विकास की बात करने वाली भाजपा अब क्यों आंख, कान बन्द करके बैठी है। दलित समाज की स्थिति मौजूदा सरकार में दयनीय होती जा रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खोखले वादे परोसे जा रहे हैं। पुलिस प्रशासन भी पीडि़त दलितों के प्रति अच्छा व्यवहार न करके ढुलमुल रवैया बरत रहा है। पूरे प्रदेश में दलित उत्पीड़न जारी है और भाजपा सरकार दलितों पर हो रहे अत्याचार पर पूरी तरह मौन है।