प्रवीण तोगड़िया लापता!
VHP का आरोप राजस्थान पुलिस की हिरासत में, पुलिस का इंकार
अहमदाबाद: विश्व हिंदू परिषद ने अपने अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया के आज सुबह से लापता होने का दावा करते हुए प्रदर्शन किया और उनका पता लगाये जाने की मांग की।
विहिप ने दावा किया कि राजस्थान पुलिस ने एक प्रकरण के सिलसिले में 62 वर्षीय तोगड़िया को हिरासत में लिया है लेकिन पुलिस ने इस बात से इनकार किया है।
स्थानीय सोला थाने के अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान पुलिस का एक दल एक पुराने मामले में सरकारी अधिकारी द्वारा लागू आदेश की अवज्ञा करने से जुड़ी आईपीसी की धारा 188 के तहत तोगड़िया के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट की तामील करने आज आया था लेकिन विहिप नेता अपने आवास पर नहीं मिले।
विहिप कार्यकर्ताओं ने सोला थाने का घेराव किया, नारे लगाये और गांधीनगर जाने वाले राजमार्ग पर यातायात अवरुद्ध कर पुलिस से तत्काल तोगड़िया का पता लगाने की मांग की।
विहिप की गुजरात इकाई के महासचिव रणछोड़ भारवाड ने संवाददाताओं से कहा, ''हमारे अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया आज सुबह 10 बजे से लापता हैं। उनके अता-पता की जानकारी रखने और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रशासन की है।
उन्होंने कहा कि इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है कि तोगड़िया को गिरफ्तार किया गया है या नहीं।
हालांकि भाजपा प्रवक्ता जय शाह ने दावा किया कि राजस्थान पुलिस ने तोगड़िया को एक पुराने मामले में हिरासत में लिया है।
उन्होंने दावा किया, ''हमारे नेता प्रवीण तोगड़िया को एक पुराने मामले में राजस्थान पुलिस ने शहर के पालदी इलाके में विहिप के प्रदेश मुख्यालय से हिरासत में लिया है और अपने साथ ले गयी है।
हालांकि राजस्थान पुलिस ने तोगड़िया को हिरासत में लेने या गिरफ्तार करने की बात से इनकार किया है।
भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक आलोक कुमार वशिष्ठ ने कहा, ''हमारी टीम ने तोगड़िया को गिरफ्तार नहीं किया है। मेरी सूचना के मुताबिक गंगापुर (राजस्थान) का पुलिस दल गिरफ्तारी वारंट की तामील किये बिना लौट रहा है क्योंकि तोगड़िया अहमदाबाद में नहीं मिले। यह अफवाह है कि तोगड़िया हमारी हिरासत में हैं जो बिल्कुल भी सही नहीं है।
गंगापुर राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में है और राज्य पुलिस की भरतपुर रेंज के अधिकार क्षेत्र में आता है।
सोला पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान पुलिस ने तोगड़िया के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की तामील कराने में उनकी मदद मांगी थी। लेकिन वह नहीं मिले।