मध्य प्रदेश: शादी के कार्ड पर छपा, ‘हमारी भूल-कमल का फूल’
भोपाल: मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक परिवार राज्य सरकार से इतना खफा है कि उसके विरोध में अपनी बेटी की शादी का कार्ड छपवाया तो उसमें 'हमारी भूल-कमल का फूल' लिखवाकर अनोखा विरोध जताया है. वैसे इससे पहले भी गुजरात के व्यापारियों ने इस पंचलाइन प्रयोग कर बीजेपी का विरोध किया था. 6 फरवरी को सागर में देवरी तहसील के राजेन्द्र की बिटिया रागिनी की शादी है, शादी के लिये खेत गिरवी रखने की नौबत आ गई क्योंकि बेटा अनुराग जैन जो 2010 में स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर नियुक्त हुआ था, उसके साथ करीब 473 कर्मचारियों को सरकार ने नौकरी से निकाल दिया है.
अनुराग की मां अनीता ने कहा, 'हमारा लड़का 7 साल पहले नौकरी करता था, जून में सेवा खत्म कर दी, घर में आय का कोई साधन नहीं है. हमने खेती गिरवी रखी है, लोन लेने सोमवार को निकल जाएंगे, साल में बेटा 50 बार भोपाल गया, कितने लोगों से उधार लिया. हमने ज़िंदगी में एक ही गलती की कि बीजेपी को वोट दिया. वहीं अनुराग ने कहा अभी हमने कार्ड पर छपवाया है, आगे बच्चों की स्कूल ड्रेस में, फिर घर के बाहर बैनर भी लगवाएंगे. सरकार नौजवानों को नौकरी देने की बात कह रही है लेकिन हकीक़त में उनसे नौकरी छीनी जा रही है.
शादी का ये कार्ड सुर्खियों में है, कांग्रेस मामले पर हमलावर है तो बीजेपी को लगता है कि संविदा कर्मचारी पूरी लगन से काम नहीं करते. कांग्रेस प्रवक्ता के के मिश्रा ने कहा, 'ये संकेत अभी चिंगारी के रूप में सामने आया है, 2018 में ज्वालामुखी बनेगा. समाज का हर वर्ग क्षुब्ध है सरकार को मुंह बचाना भी मुश्किल होगा.'
वहीं बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा, 'शिवराज सरकार में कभी न ओवरड्राफ्ट हुआ ना तनख्वाह रुकी, संविदा कर्मियों के मामले में दिखा है कि काम नहीं करते, उस मानसिकता में नहीं ढल पाते. इसलिये सरकार को कड़े फैसले करने पड़ते हैं. अगर शादी में समस्या थी तो कलेक्टर को सूचना देते, वो मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के माध्यम से शादी करवाते, विदाई भी कर आते.