IND vs SA: पहले दिन टीम इंडिया की खराब शुरुआत
गेंदबाज़ों ने दक्षिण अफ्रीका को 286 रनों पर समेटा
केपटाउन: भारतीय गेंदबाजों की मेहनत पर बल्लेबाजों के कमजोर प्रदर्शन ने पानी फेर दिया. भुवनेश्वर कुमार (4 विकेट) की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने आज यहां पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी को 73.1 ओवर में 286 रन पर समेट दिया था, लेकिन पहले दिन स्टंप्स तक भारत ने भी 28 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए. चेतेश्वर पुजारा 5 और रोहित शर्मा बिना कोई रन बनाए क्रीज पर हैं. मुरली विजय, शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली के रूप में भारतीय टीम के तीन विकेट गिर चुके हैं. इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत बेहद खराब रही और स्कोर 12 रन तक पहुंचते-पहुंचते उसके तीन प्रमुख बल्लेबाज डीन एल्गर (0), एडन मार्कराम (5) और हाशिम अमला (3) पेवेलियन लौट चुके थे. ये तीनों विकेट भुवनेश्वर ने लिए. इसके बाद अनुभवी एबी डिविलियर्स और कप्तान फाफ डु प्लेसिस की जोड़ी ने चौथे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी करते हुए टीम को संभाला. डिविलियर्स ने 65 और डु प्लेसिस ने 62 रन तक पहुंचाया. क्विंटन डिकॉक ने 43 तथा निचले क्रम के वेर्नोन फिलेंडर ने 23 व केशव महाराज ने 35 रन बनाते हुए मेजबान टीम को 300 रन के करीब पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए.
दक्षिण अफ्रीका के लिए पहला ओवर वेर्नोन फिलेंडर ने फेंका जिसमें शिखर धवन ने दो चौके जमा दिए. डेल स्टेन की ओर से फेंका गया दूसरा ओवर मेडन रहा. पारी के तीसरे ओवर में फिलेंडर की गेंद पर विजय के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की जोरदार अपील हुई. दक्षिण अफ्रीकी टीम ने रिव्यू लिया लेकिन टीवी अम्पायर का फैसला बल्लेबाज के पक्ष में गया.भारतीय टीम का पहला विकेट मुरली विजय (1) के रूप में गिरा जिन्हें वेर्नोन फिलेंडर ने डीन एल्गर से कैच कराया. इसके अगले ही ओवर में शिखर धवन (16 रन, 13 गेंद, तीन चौके) ने अपना विकेट एक तरह से थ्रो कर दिया. उन्होंने डेल स्टेन की गेंद पर बेवजह शॉट लगाने की कोशिश की और गेंदबाज को ही कैच दे बैठे. स्कोर 18 रन तक पहुंचते-पहुंचते भारत के दो विकेट गिर चुके थे.पहले दिन का खेल समाप्त होने के पहले कप्तान विराट कोहली (5 रन, 13 गेंद )भी पेवेलियन लौट गए. उन्हें तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्केल ने विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक से कैच कराया. पहले दिन के खेल की समाप्ति के समय टीम इंडिया का स्कोर तीन विकेट पर 28 रन था और पुजारा के साथ रोहित शर्मा क्रीज पर थे.
भुवनेश्वर कुमार ने भारतीय टीम को आदर्श शुरुआत दी. उन्होंने पहले ही ओवर में ओपनर डीन एल्गर (0) को विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के हाथ कैच करा दिया. मेहमान टीम इस झटके से संभल भी नहीं पाई थी कि भुवी ने अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में एडन मार्कराम (5 रन, 11 गेंद, एक चौके) को एलबीडब्ल्यू कर दिया.दो विकेट बेहद जल्द गिरने से दक्षिण अफ्रीका टीम दबाव में आ गई. दक्षिण अफ्रीका का तीसरा विकेट भी भुवनेश्वर कुमार के खाते में गया. उन्होंने भरोसेमंद हाशिम अमला (3) को विकेटकीपर साहा के हाथों झिलवाया.12 रन पर दक्षिण अफ्रीका का तीसरा विकेट गिरा.भुवी के साथ मोहम्मद शमी ने भारतीय गेंदबाजी की शुरुआत की थी. पारी के 9वें ओवर में डिविलियर्स ने भुवी को चार चौके लगाकर दबाव को हटाने की कोशिश की. इस ओवर में 17 रन बने.पारी के 10वें ओवर में शमी के स्थान पर डेब्यू कर रहे जसप्रीत बुमराह को बॉलिंग के लिए उतारा गया.
पारी के 15वें ओवर में भुवनेश्वर की जगह शमी गेंदबाजी पर आए जिनका स्वागत डिविलियर्स ने दो चौके लगाकर किया. 16वें ओवर में डु प्लेसिस ने भी बुमराह को दो चौके जड़े. तीन विकेट गिरने के बाद भी दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तेजी से बढ़ रहा था. भुवनेश्वर के आक्रमण से हटने के बाद दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज राहत में नजर आए. 20 ओवर के बाद दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 71 रन था.इसके बाद डिविलियर्स ने अर्धशतक पूरा किया, इसमें उन्होंने 55 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके लगाए.24वें ओवर में भुवनेश्वर को फिर से आक्रमण पर लाया गया.पहले दिन लंच के समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 107 रन था.
दूसरे सेशन में पंड्या को दो चौके लगाते हुए डु प्लेसिस अर्धशतक के करीब पहुंच गए. डिविलियर्स और डु प्लेसिस की शतकीय साझेदारी पूरी हो चुकी थी. टीम इंडिया के लिए लंच के बाद पहली सफलता जसप्रीत बुमराह लेकर आए. उन्होंने एबी डिविलियर्स (65रन, 44 गेंद, 11 चौके) को बोल्ड किया. बुमराह का यह पहला टेस्ट विकेट रहा. डिविलियर्स और डु प्लेसिस ने चौथे विकेट के लिए 114 रन की साझेदारी की. डु प्लसिस का 16वां अर्धशतक 98 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से पूरा हुआ.जल्द ही भारतीय टीम मेजबान टीम के कप्तान डु प्लेसिस (62रन, 104 गेंद, 12 चौके) को आउट करने में भी सफल रही. दक्षिण अफ्रीकी कप्तान को हार्दिक पंड्या ने विकेटकीपर साहा से कैच कराया. लंच के तुरंत बाद दोनों सेट बैट्समैन डिविलियर्स और डु प्लेसिस को आउट करके भारतीय टीम ने जोरदार तरीके से वापसी कर ली.
डिविलियर्स की जगह खेलने आए क्विंटन डि कॉक वनडे शैली में बल्लेबाजी कर रहे थे. उन्होंने बुमराह के ओवर में तीन और भुवनेश्वर के ओवर में दो चौके जमाए. 41 ओवर के बाद विराट कोहली, ऑफ स्पिनर आर. अश्विन को गेंदबाजी के लिए लेकर आए.44वें ओवर में डिकॉक को जीवनदान मिला जब अश्विन की गेंद पर विकेटकीपर साहा मुश्किल कैच नहीं लपक पाए.दक्षिण अफ्रीका का छठा विकेट क्विंटन डिकॉक (43 रन, 40 गेंद, सात चौके) के रूप में गिरा जिन्हें भुवनेश्वर ने विकेटकीपर साहा से कैच कराया. डिकॉक और फिलेंडर के बीच छठे विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी हुई.भुवनेश्वर को केशव महाराज का विकेट भी मिल सकता था लेकिन शिखर धवन ने कैच गिरा दिया.सातवें विकेट के रूप में वर्नोन फिलेंडर (23 रन, 35 गेंद, चार चौके) आउट हुए, जिन्हें शमी ने बोल्ड किया.चाय के समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर सात विकेट पर 230 रन था.
चाय के बाद दक्षिण अफ्रीका के स्कोर को बढ़ाने की जिम्मेदारी भारतीय मूल के केशव महाराज ने संभाली. निचले क्रम के बल्लेबाज भारतीय टीम के लिए परेशानी का कारण बनते जा रहे थे. आखिरकार महाराज 35 रन (47 गेंद, तीन चौके, एक छक्का) रन आउट हुए. दक्षिण अफ्रीका का 8वां विकेट 258 के स्कोर पर गिरा. दक्षिण अफ्रीका का 9वां विकेट आर. अश्विन के खाते में गया जिन्होंने कागिसो रबाडा (26)को विकेटकीपर साहा से कैच कराया.दक्षिण अफ्रीका का आखिरी विकेट मोर्ने मोर्केल के रूप में गिरा जिन्हें अश्विन ने एलबीडब्ल्यू किया.