लखनऊ: ईरान में रुनुमा होने वाले वाक़ेआत पर इमाम जुमा मौलाना सय्यद कल्बे जवाद नक़वी ने कहा कि ईरान में जो वाक़ेआत रुनुमा हुए हैं उसको इस्तेमारी और असलम दुश्मन ताक़तें ग़लत तरीकें से पेश कर रही हैं। छोटे छोटे वाक़ेआत को इस्लाम दुश्मन मिडिया ऐसे हाइलाइट कर रहा है कि जैसे ईरानीअवाम वहां की हुकूमत के खिलाफ मुज़ाहिरे कर रही हो जबकि हक़ीक़त ये है कि चन्द छोटे छोटे मुज़ाहिरे महंगाई के खिलाफ हुए हैं जिसके पीछे अमरीका और इस्राईल जैसी ताक़तें हैं।

मौलाना ने कहा की मुज़ाहिरे में एक औरत के बुर्क़ा उतरने के वीडियो को इस्लाम दुश्मन मिडिया जिस तरह हाईलाइट कर रहा है उससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि मिडिया के मक़ासिद क्या हैं।

महंगाई के खिलाफ हो रहे मुज़ाहिरे में बुर्का उतरने के विडिओ को इस क़द्र हाईलाइट करना क्या वाज़ेह करता है ?

मौलाना ने कहा कि पर्दे का हुक्म इमाम ख़ुमैनी या इमाम ख़ामनेई की तरफ से नहीं है बल्कि अल्लाह की तरफ से है।

मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि हदीस में आया है कि अहले क़ुम में एक मर्द होगा जो लोगों को हक़ की तरफ बुलाएगा जिसके गिर्द ऐसे लोग जमा होंगे जो फौलाद से ज़्यादाताक़तवर होंगे ओलमा ने इस बात पर इत्तेफ़ाक़ किया है कि इस मर्द से मुराद इमाम ख़ुमैनी की ज़ात है।

मौलाना ने कहा की जब कभी भी ईरानी हुकूमत को कमज़ोर करने की कोशिश की गयी तो उससे ज़्यादा ताक़तवर बनकर उभरी है।