पाकिस्तान ने कुलभूषण की पत्नी की जूतियां फॉरेंसिक जांच के लिए भेजीं
नई दिल्ली: कुलभूषण जाधव की परिवार से मुलाकात करवाकर भले ही पाकिस्तान दुनिया की नजरों में हीरो बनने की कोशिश कर रहा हो, मगर उसके नापाक इरादों की पोल परत-दर-परत खुलती जा रही है. मंगलवार को मीडिया में खबर आई थी कि पाकिस्तान ने जाधव की पत्नी और मां की चूड़ियां, बिंदी और मंगलसूत्र उतरवा लिये थे, मगर अब उससे भी बड़ी खबर ये है कि पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव की पत्नी की जूतियां फॉरेंसिक जांच के लिये भेज दी है, ताकि उनमें पाई गई कथित संदिग्ध वस्तु की प्रकृति का निर्धारण किया जा सके.
‘पाकिस्तान टुडे’ के मुताबिक, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि इस बात का पता लगाया जा रहा है कि जूतियों में पाई गई ‘धातु की वस्तु’ कोई कैमरा थी या रिकॉर्डिंग चिप. वहीं, डॉन में प्रकाशित एक अलग रिपोर्ट में विदेश कार्यालय ने पुष्टि की कि जाधव की पत्नी की जूतियों में ‘धातु की वस्तु’ पाई गई. इन जूतियों को कुलभूषण के साथ उनकी मुलाकात से पहले सुरक्षा अधिकारियों ने रख लिया.
फैसल ने कहा कि जाधव की पत्नी की जूतियों को जांच के लिये रख लिया गया जबकि जेवर समेत अन्य सामान लौटा दिये गए. साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी जूतियां रख लिये जाने के बाद उन्हें वैकल्पिक जूतियां दी गईं.
विदेश कार्यालय ने कल रात के अपने वक्तव्य में ‘धातु की वस्तु’ का उल्लेख नहीं किया था और कहा था कि जूतियों में ‘कुछ’ था. एक वक्तव्य में पाकिस्तान ने कल रात भारत के उन दावों को ‘निराधार’ बताकर खारिज कर दिया था जिसमें कहा गया था कि जाधव की पत्नी और मां को प्रताड़ित किया गया. पाक ने दावा किया था कि जाधव की पत्नी की जूतियों को सुरक्षा आधार पर जब्त कर लिया गया क्योंकि उसमें ‘कुछ’ था.
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा, ‘‘जूतियों में कुछ था. इसकी जांच की जा रही है. हमने उन जूतियों के बदले में एक जोड़ी दूसरी जूतियां दीं. मुलाकात के बाद उनके सारे जेवरात आदि सामान लौटा दिये गए.’ उन्होंने कहा कि जाधव की पत्नी को बदले में दूसरी जूतियां दी गईं.
बता दें कि कल भारतीय विदेश मंत्रालय ने कल एक वक्तव्य में कहा कि पाकिस्तान इस हद तक चला गया कि उसने जाधव से मुलाकात से पहले उनकी मां और पत्नी के मंगल सूत्र, चूड़ियां और बिंदी उतरवा ली. भारत ने पाकिस्तान पर सुरक्षा के बहाने परिवार के सदस्यों की सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं का निरादर करने का आरोप लगाया था.
वक्तव्य में कहा गया, ‘इसमें मंगल सूत्र, चूड़ियां और बिंदी हटाना शामिल है। साथ ही वस्त्र भी बदलवाए गए जिसकी सुरक्षा के लिये जरूरत नहीं थी.’ पाक विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान ‘निरर्थक वाक्युद्ध’ में नहीं पड़ना चाहता है और जाधव से उनकी मां और पत्नी की मुलाकात के दौरान अधिकारियों के रवैये के बारे में भारत के निराधार आरोपों को सिरे से खारिज करता है।
वक्तव्य में कहा गया, ‘अपना गुनाह कबूल कर चुके दोषी आतंकवादी और जासूस जाधव की मां और पत्नी के मुलाकात करने के तकरीबन 24 घंटे बाद भारत की ओर से लगाए गए आरोपों और गलतबयानी को साफ तौर पर खारिज किया जाता है.’ इसमें कहा गया है कि अगर भारत की चिंताएं गंभीर हैं तो अतिथियों या भारतीय डीएचसी (उप उच्चायुक्त) को उन्हें मुलाकात के दौरान मीडिया के सामने उठाना चाहिये था, जो सहज उपलब्ध थी.
वक्तव्य में कहा गया, ‘हम निरर्थक वाक्युद्ध में नहीं पड़ना चाहते हैं। हमारा खुलापन और पारदर्शिता इन आरोपों को झुठलाती है.’ गत 25 दिसंबर की मुलाकात की तस्वीरें पाकिस्तान ने जारी की थीं. इनमें जाधव को शीशे की एक दीवार के पीछे बैठा दिखाया गया था जबकि उनकी मां और पत्नी दीवार की दूसरी तरफ बैठी थीं. उन्होंने इंटरकॉम पर बातचीत की और समूची 40 मिनट की कार्यवाही की लगता है वीडियो रिकॉर्डिंग की गई.
जाधव को पिछले साल मार्च में गिरफ्तार किया गया था. जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने कथित जासूसी के लिये मौत की सजा सुनाई थी. इस आरोप को भारत ने मनगढंत बताकर खारिज किया था. पूरे 21 महीने बाद जाधव अपनी मां और पत्नी से मिल पाए.