धूमल को नहीं थी हार की उम्मीद
नई दिल्ली : हिमाचल प्रदेश के चुनावों में भाजपा भले ही जीत गई, लेकिन उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल हार गए. सुजानपुर सीट से मैदान में उतरे धूमल को कांग्रेस के राजेंद्र राणा ने हराया. खास बात यह है कि राजेंद्र राणा के राजनीतिक गुरु प्रेम कुमार धूमल ही हैं. हार के बाद धूमल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'मुझे हार की उम्मीद नहीं थी, मैं इसका विश्लेषण करूंगा'. हार के साथ ही धूमल का तीसरी बार राज्य का मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब अधूरा ही रहा गया.
प्रेम कुमार धूमल ने अपनी हार को लेकर बातचीत करते हुए कहा कि 'व्यक्तिगत हार ज्यादा महत्व नहीं रखती. भाजपा को राज्य में मिली जीत ज्यादा महत्वपूर्ण है. मैं भाजपा को वोट देने के लिए राज्य के लोगों का धन्यवाद करता हूं. राजनीति में कभी जीत होती है तो कभी हार भी होती है. हालांकि मुझे हार की उम्मीद नहीं थी, मैं विश्लेषण करूंगा'.