महिला हिंसा के प्रति गैर जिम्मेदाराना रवैया साधे हुए है सरकार
आधी आबादी के बात किये बिना न तो देश का हित हो सकता है न ही समाज का – रफत फातिमा
लखनऊ: मानवाधिकार और लोकतान्त्रिक अधिकारों को लेकर चलाये जा रहे अभियान के तहत आज मुर्गखाना, हुसैनाबाद के लोगों से संवाद किया गया. संवाद में बड़ी तादात में महिलाओं ने भागीदारी की.
अवाम मूवमेंट की रफत फातिमा ने कहा कि मानवाधिकार और लोकतान्त्रिक अधिकारों के दायरे में अगर महिलाओं की बात की जाये तो बदलते लोकतंत्र में उनके प्रति हिंसा लगातार बढ़ती जा रही है. हमारी सरकारें महिला सशक्तिकरण और महिला हिंसा के प्रति गैर जिम्मेदाराना रवैया साधे हुई हैं. आये दिन सत्ता संरक्षण में महिलाओं के प्रति हिंसा हो रही है. उन्होंने कहा की आधी आबादी की बात किये बिना न तो देश का हित हो सकता है और न ही समाज का. प्रदेश में बढ़ रही महिला असुरक्षा पर उन्होंने कहा की महिलाएं लखनऊ जैसे शहर में सुरक्षित नही हैं जोकि प्रदेश की राजधानी है तो पूरे सूबे के हालत के बारे में क्या कहा जाये?
इंसानी बिरादरी के वीरेन्द्र कुमार गुप्ता ने कहा कि नगर निकाय के चुनाव में बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब मिले. यह लोगों के वोट देने के अधिकार का हनन है और उन्हें नागरिकता से बाहर कर दिए जाने की राजनीतिक साजिश है. उन्होंने इसके ख़िलाफ़ जन अभियान चलाये जाने की ज़रूरत को रखा.
कार्यक्रम में राजीव यादव, रोबिन वर्मा, सृजनयोगी आदियोग, तलत, निशात बानो, बबली, शाहीन, फरहत, नुजहत, अशरफ, असीरून्निशा, शादिया, सीबा, गुलाम हाशिम, खालीकुन, रानो, तहजीम आदि उपस्थित थे.