एलएंडटी फाइनेंस ने उच्च वैल्यूएशन बनाए रखने के लिए किए रणनीतिक सुधार
एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग्स के स्टॉक ने अपने प्राइस रिपोर्ट बुक मूल्य को पिछले 12 महीनों में दोगुनाकर लिया है. इसका वैल्यूएशन एक साल पहले के 2.2 से अब 3.4 पर आ गया है. यह तेजी एमएससीआई इंडिया डोमेस्टिक इंडेक्स में हाल ही में स्टॉक के शामिल किए जाने से होता प्रतीत होता है, लेकिन बैलेंस शीट को मजबूत करने और रिटर्न अनुपात में सुधार करने पर जिस तरह से कंपनी के रणनीतिक फोकस किया है, उससे इस वैल्यूएशन को आगे भी बनाए रखने में मदद मिलने की उम्मीद है. निर्माण उपकरण, सोना, भारी और हल्के वाणिज्यिक वाहनों और पट्टे की गतिविधियों सहित ऋण देने वाले क्षेत्रों में पैसा खोने के बाद, कंपनी पिछले छह तिमाहियों से रिकवरी के रास्ते पर रही है. तब से इन नुकसान उठाने वाले क्षेत्रों पर फोकस कम हो गया है.
इन खंडों का लोन बुक भी अब कम हो गया है. ये लोन बुक सितंबर 2017 की तिमाही में, मार्च 2016 की तिमाही के 4931 करोड़ रुपये के मुकाबले 2005 करोड़ रुपये हो गया. दूसरी ओर, फोकस्ड खंडों के लोन बुक में 32 फीसदी की वृद्धि हुई और यह 70343 करोड़ रुपये हो गई. इसमें ग्रामीण, आवास और थोक सेगमेंट शामिल हैं. कंपनी के लिए निवेश और धन प्रबंधन अन्य फोकस क्षेत्र हैं. लाभप्रद व्यवसाय पर अधिक ध्यान देने के साथ, कंपनी का संचालन अधिक लागत कुशल होता जा रहा हैं. सितंबर तिमाही में लागत-आय अनुपात 22.9 फीसदी पर आ गया जो एक साल पहले 28.3 फीसदी था.
फोकस कारोबार का शुद्ध लाभ सितंबर की तिमाही में 39 फीसदी साल दर साल बढ कर 375 करोड़ रुपये हो गया. फी शुद्घ में ढाई गुना बढ़ोतरी हुई और शुद्ध ब्याज आय में 16 फीसदी की वृद्धि हुई. इसके साथ ही, ऐसे बिजनेस जिन पर फोकस नहीं था, उसमें एक साल पहले के 35 करोड़ रुपये के घाटे को कम कर के इसने 29 करोड़ रुपये पर ला दिया. कुल शुद्ध लाभ 45 फीसदी बढ़कर 360 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए भी उत्सुक है. सितंबर की तिमाही में, इसने बैड लोन के प्रावधान में वृद्धि की जिससे क्रेडिट की लागत तो प्रभावित हुई, लेकिन प्रावधान कवरेज अनुपात को 43 फीसदी तक बनाए रखने में मदद की. यह अनुपात खराब ऋण के प्रतिशत को दर्शाता है. इन रणनीति यों का असर रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) में देखा जा सकता है, जो सितंबर तिमाही में साल दर साल 343 बेसिस प्वायंट सुधर कर 15.2 फीसदी हो गया. कंपनी को उम्मीद है कि ये 2020 तक 18 फीसदी तक आएगा. पिछले 12 महीनों में इसक एवैल्यूएशन में 100 आधार अंकों की वृद्धि हुई है, कंपनी आने वाले तिमाहियों में इस लाभ को बनाए रखने की कोशिश करेगी.