एक भारतीय सैनिक की खुराक पर प्रतिदिन मात्र 100 रुपया खर्च करती है सरकार
लखनऊ: भारत के सैनिक जांबाजी और बहादुरी में सारे संसार में अव्वल माने जाते
हैं l पर क्या आप जानते हैं की भारतीय सेना के 1 सैनिक के खाने पर 1 दिन
का कुल कितना खर्चा आता है l शायद नहीं l लखनऊ के आरटीआई कार्यकर्ता और इंजीनियर संजय शर्मा की आरटीआई से अब यह खुलासा हो
गया है कि अपनी जान हथेली पर लेकर भारत की सीमाओं को सुरक्षित रखने के
साथ-साथ भारत को आतंरिक दंगों से सुरक्षित रखने वाले इन रणबांकुरे
सैनिकों की खुराक पर भारत सरकार कितना खर्चा करती है l
संजय शर्मा ने बीते 4 सितंबर कोभारत सरकार के रक्षा मंत्रालय में एक आरटीआई अर्जी देकर एक सैनिक के राशन
के लिए 1 दिन की निर्धारित की गई धनराशि की सूचना मांगी थी l संजय ने जल
सेना, थल सेना और वायु सेना के सोल्जर और नॉन सोल्जर की 1 दिन की भोजन
व्यवस्था पर व्यय की जाने वाली धनराशि की सूचना सोल्जरऔर नॉन सोल्जर की
तैनाती के स्थान की श्रेणीवार भी मांगी थी l
संजय के इस आरटीआई आवेदन पर भारतीय सेना के जन सूचना अधिकारी लेफ्टिनेंट
कर्नल ए. डी. एस. जसरोटिया ने बीते 13 नवंबर को संजय को पत्र जारी करके
बताया है कि भारतीय सेना के सैनिकों की विभिन्न ऊंचाइयों के स्थानों पर
तैनाती के आधार पर होलसेल प्रोक्योरमेंट रेट पर उपलब्ध राशन आइटम की दर
पर 9000 फीट से नीचे के स्थानों पर तैनाती की स्थिति में 100 रूपया 40
पैसा प्रतिदिन, 9000 फीट से 11,999 फीट तक की ऊंचाई वाले स्थानों पर 116
रूपया 56 पैसा और 12000 फ़ीट से अधिक ऊंचाई के स्थानों पर तैनाती की
स्थिति में 241 रूपया 17 पैसे एक सैनिक के 1 दिन के राशन पर खर्च किए
जाते हैं l एयर फोर्स और नेवी की कोई सूचना रक्षा मंत्रालय के एकीकृत
मुख्यालय में न होने की बात भी संजय को बताई गई है l
जसरोटिया ने एक्टिविस्ट संजय शर्मा को यह भी बताया है कि वर्तमान में
सेना की तीनों शाखाओं- आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के सभी रैंक के
अधिकारियों और कर्मचारियों, कार्मिकों तथा इंटर सर्विस आर्गेनाईजेशन के
सभी कार्मिकों को 11 अगस्त 2016 को जारी भारत सरकार के आदेश के अनुसार
97 रूपया 85 पैसे प्रतिदिन की दर पर राशन मनी अलाउंस दिया जाता है l पीस
एरियाज में तैनात किए गए डिफेंस फोर्स के अधिकारियों के राशन मनी अलाउंस
को 7 वें वेतन आयोग के मद्देनजर रिव्यू किए जाने की बात भी जसरोटिया ने
संजय को बताई है l
एक सैनिक की 1 दिन की खुराक के लिए महज सौ रुपय देने के भारत सरकार के
निर्णय को वर्तमान महंगाई के मद्देनजर नाकाफी बताते हुए संजय ने देश के
रणबांकुरों की खुराक की धनराशि का समुचित परीक्षण करा कर उसे बढ़ाए जाने
के बाबत देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपनी मांग
रखने की बात कही है l