उत्तर प्रदेश में अवस्थापना एवं औद्योगिक क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं
लखनऊ: उत्तर प्रदेश निवेशकों की समस्याओं के निराकरण और उनको सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सर्वदा तत्पर रहेगा। इस आशय के विचार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला के अवसर पर यू0पी0 पैवेलियन के भ्रमण के दौरान व्यक्त किए गए। भ्रमण एवं निरीक्षण के करते हुए उन्होंने उल्लेख किया कि प्रदेश के निवेशकों के लिये प्रदेश में अनुकूल वातावरण बनाया गया है। निवेशकों उद्यमियों की समस्याओं के त्वरित निराकरण एवं निस्तारण के लिये एकल विण्डो सिस्टम को और अधिक बेहतर बनाया गया है। निवेशकों को सभी तरह की सुविधाएं एवं सुरक्षा प्रदान की जाएगी। उत्तर प्रदेश की नई औद्यौगिक नीति की कई देशों द्वारा प्रशंसा एवं सराहना की गयी है तथा वह प्रदेश के अधिक से अधिक निवेश के लिये भी तैयार हैं।
मुख्यमंत्री जी ने बताया कि ‘एक उत्पाद एक जनपद‘ की योजना लागू की गयी है, जल्द ही उसके सार्थक परिणाम आएंगे। इस योजना में उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने के साथ ही उन्हंे इस प्रकार के मेलों प्रर्दशनियों में प्रतिभाग कराते हुए उन्हें अन्तर्राष्ट्रीय पहचान दिलाई जाएगी। उद्यमियों निवेशकों को भूमि, तकनीक और विभिन्न प्रकार की आवश्यक सुविधाएं भी दिलायी जाएंगी।
योगी जी ने कहा कि प्रदेश में विकास एवं निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं। हम निवेशकों को आमंत्रित करते हैं और उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि उन्हें उद्योग एवं इकाई संचालन के लिये हर सम्भव मदद दी जाएगी। उन्होंने पवेलियन के विभिन्न स्टाॅल्स का भ्रमण एवं निरीक्षण करने के उपरान्त प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘संकल्प से सिद्धि‘ कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में किये जा रहे प्रयासों का ब्योरा दिया तथा स्टैण्ड-अप इण्डिया, स्टार्टअप इण्डिया कार्यक्रम में दक्ष एवं उत्साही उद्यमियों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में भी बताया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दक्षता एवं क्षमता की अपार सम्भावनायें हैं, इसी आशय से हस्त शिल्पियों के उत्पादों के विपणन, प्रयुक्त सामग्री की भी व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश में विशेष रूप से काष्ठ कला, पीतल उद्योग, सिल्क उद्योग, चिकन जरदोजी, कालीन, काँच का सामान, पत्थर पर नक्काशी, पाॅट्री तथा अन्य विधाओं पर निर्मित सामग्री के विस्तार हेतु भी योजनाओं को मूर्तरूप प्रदान किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश से गुजरने वाला दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रियल कोरीडोर, ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रण्ट कोरीडोर, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर विभिन्न उत्पादों के औद्योगिक सेक्टरों का चिन्हीकरण किया जा रहा है, जिससे निवेशकों को आयात व निर्यात में सुगमता मिलेगी।
योगी जी ने कहा कि भारत सरकार के मुद्रा योजना के अन्तर्गत बेरोजगार युवकों को अपने उद्यम स्थापना हेतु ऋण की व्यवस्था की जा रही है। जिस प्रकार से प्रदेश सरकार द्वारा किसान ऋण माफी योजना में बैंकों का सहयोग लिया गया है, उसी प्रकार से मुद्रा योजना मंे भी बैंकों की सहायता से ऋण योजना से मुद्रा योजना को सफल बनाया जाएगा। हमारे प्रदेश में जहां खाद्यान्न, दलहन, तिलहन, दुग्ध उत्पादन, फल-सब्जी, उत्पादन से प्रसंस्करण इकाइयों की प्रचुर मात्रा मंे आवश्यकता है, वहीं प्रदेश सरकार द्वारा नई औद्यानिक एवं कृषि नीति से उत्पादकों एवं किसानों को भरपूर सहायता प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश मंे आई0टी0 सेक्टर की प्रबल सम्भावनाएं हैं, जहां पर कुशल एवं दक्ष साॅफ्टवेयर, हार्डवेयर विशेषज्ञों के माध्यम से रोजगार के नये आयाम सृजित किए जा रहे हैं। निकट भविष्य में उत्तर प्रदेश ग्लोबल बिजनेस समिट तथा इन्वेस्टर्स मीट आयोजित कर निवेशकों एवं उद्यमियों को राज्य में पूंजी निवेश के लिए आमंत्रित करेगा, जिसमें देशी-विदेशी पूंजी निवेशकों को औद्योगिक एवं अवस्थापना क्षेत्र में शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, डेयरी, सोलर ऊर्जा, आई0टी0 एवं विभिन्न क्षेत्रों में पूंजी निवेश हेतु भी आमंत्रित किया जाएगा।
योगी जी के समक्ष यू0पी0 पवेलियन में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यू0पी0एस0आई0डी0सी0, पयर्टन आदि विभागीय स्टाॅलों का अवलोकन करते हुए प्रदेश के कोने-कोने से आए हुए विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमियों जैसे-भदोही कालीन, कन्नौज इत्र, चिकन लखनऊ, बनारसी साड़ी, खुर्जा पाॅट्री, सहारनपुर काष्ठ कला, मुरादाबाद पीतल, कानपुर चर्म उद्योग, फिरोजाबाद कांच, नोएडा, गाजियाबाद इलेक्ट्राॅनिक, आई0टी0 सेक्टर रामपुर पेंचवर्क, जरदोज़ी, बिजनौर, गोरखपुर हथकरघा, अलीगढ़ ताले, टेक्सटाइल, फैबरिक, प्लास्टिक एवं अन्य उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री जी ने सभी स्टाॅल्स का भ्रमण करते उद्यमियों से वार्ता करते हुए उनके उत्पादों, उत्पादन, विपणन एवं बिन्दुओं पर भी वार्ता की तथा उपस्थित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह, औद्योगिक विकास आयुक्त डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, स्थानिक आयुक्त श्री देवाशीष पण्डा, निदेशक/आयुक्त उद्योग श्री रणवीर प्रसाद के अलावा अन्य अधिकारी एवं उद्यमी मौजूद थे।