बिहार में भारत की पहली चिल्ड्रेन न्यूज़ सर्विस (बाल समाचार सेवा) की हुई ग्रैंड लॉन्चिंग
पटना/मुजफ्फरपुर: बाल दिवस के अवसर पर आज मुजफ्फरपुर के गायघाट प्रखंड के जारंग हाई स्कूल में भारत की बच्चों की पहली समाचार सेवा (स्क्रैपी न्यूज सर्विस) की शुरूआत मुजफ्फपुर पूर्वी के अनुमंडल अधिकारी श्री सुशील कुमार ने की। इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री ललन प्रसाद सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री पंकज कुमार सिंह और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मो. इशा उपस्थित थे।
इस मौके पर श्री सुशील कुमार ने कहा कि चिल्ड्रेन्स स्क्रैपी न्यूज़ सर्विस बच्चों के सर्वांगीन विकास में मददगार होगा। बच्चों में इस बात की भी समझ बढ़ेगी कि किस तरह बर्बाद समान को भी वे उपयोगी बना सकते हैं। इससे उनमें आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे नई – नई चीजों को अपने हुनर से बना सकेंगे। यह एनजीओ 'गोइंग टू स्कूल' की शानदार पहल है, जो 'स्क्रैपी किड्स' मंच के तहत इस सर्विस को सोशल वीडियो प्लेटफोर्म यूट्यूब पर लॉन्च करने के लिए सांकेतिक तौर पर बाल दिवस का चयन किया। उन्होंने बच्चों को उनके बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी।
वहीं, चिल्ड्रेन्स स्क्रैपी न्यूज़ सर्विस के शुरूआत के मौके पर दो कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। पहले स्क्रेपी रेस में 25 टीमें थी, जिसमें 5 टीम फाइनल में पहुची और कमांडो रॉयल टीम विनर हुई। दूसरा कार्यक्रम ग्रुप डिस्कशन का था, जिसमें आठ टीमों ने भाग लिया। इस दौरान सोशल इश्यू पर बहस करने के लिए एक मिनट का समय निर्धारित था, जिसमें किसी भी स्थानीय समस्या को लेकर चर्चा करने थी और उसके निदान का उपाय भी बताना था। इन कार्यक्रमों के लिए एक ज्यूरी भी थे, जो पूरे एक्टिविटी को मॉनीटर कर रहे थे।
कार्यक्रम के दौरान चिल्ड्रेन्स स्क्रैपी न्यूज़ सर्विस के नितिन उपाधयाय (दिल्ली), मिथुन कुमार (दिल्ली), राजीव रस्तोगी (दिल्ली), आदित्य गोयल (दिल्ली), मिलन तिवारी (दिल्ली) और सरत चंद्रा (पटना) के साथ मुज़फ़्फ़रपुर के विकास धीर, रितेश कुमार, हेमंत कुमार, चंदा कुमारी, पिंकी कुमारी, सरोज कुमार इत्यादि मौजूद थे। उन्होंने स्क्रैपी न्यूज सर्विस की अनूठी शुरुआत के मौके पर बताया कि 'गोइंग टू स्कूल' ने इस सर्विस के लिए राज्य के तिरहुत क्षेत्र के मुजफ्फरपुर और भागलपुर जिले सहित बिहार में बीस अलग-अलग न्यूज़ रूम स्थापित किये गए हैं।
उन्होंने बताया कि चिल्ड्रेन्स स्क्रैपी न्यूज़ सर्विस के लिए ये सारे न्यूज रूम्स पूरी तरह से बेकार की चीजों से बनाए गए हैं। इस अस्थायी स्क्रैपी न्यूज सर्विस और न्यूज-टॉक-गेम शो को बच्चों के लिए और बच्चों के द्वारा तैयार किया गया है। ये सर्विस भारत की सबसे बड़ी समस्याओं को डिजाइन थिंकिंग और स्क्रैपी कौशल से हल करने का रास्ता सुझाएगा। इसके मद्देनजर मुजफ्फरपुर के न्यूज़रूम के लिए अभिनव और दिलचस्प गतिविधियों की एक लिस्ट तैयार की गई है।
उन्होंने आगे कहा कि 'स्क्रैपी हीरोज' ने स्थानीय उद्यमियों जैसे मधुमक्खी पालकों , महिला ई-रिक्शा चालकों, महिला मुक्केबाजी चैंपियनों, यातायात महिला पुलिस,जैविक किसानों, टॉयलेट रिंग मेकर्स, अखबारों का पुनर्चक्रण करने वालों के साथ ही ग्रांड पैरेंट्स (दादा-दादी) के इन्टरव्यू पर ध्यान केंद्रित किया। इसके अलावा 'स्क्रैपी डिबेट्स' में स्क्रैपी किड एंकर्स ने स्थानीय मेहमानों को न्यूज़ रूम में सही मुद्दों पर चर्चा करने और समस्याओं के सामूहिक समाधान ढूंढने के लिए आमंत्रित किया। 'स्क्रैपी पकाओ' – स्ट्रीट फूड कार्ट के बीच एक पकवान बनाने की एक प्रतियोगिता हुई जिसमें बच्चों ने सहयोग किया और वे ही जज भी रहे।