EVM को लेकर शिवसेना ने साधा भाजपा पर निशाना, 2019 में बीजेपी जीत सकती है 700-800 सीटें
मुंबई: शिवसेना लगातार बीजेपी को निशाना बना रही है. दोनों के बीच रिश्ते दिनों-दिन तल्ख होते जा रहे हैं. 'मोदी लहर' फीकी पड़ने वाले शिवसेना सांसद संजय राउट के बयान पर दोनों पार्टियों में जमकर बयानबाजी हुई थी. नौबत तो समर्थन वापस लेने तक की आ गई थी. बाद में दोनों के स्वर नरम पड़ गए थे. एक बार फिर शिवसेना ने बुधवार को बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि उसे आश्चर्य नहीं होगा यदि भाजपा 2019 के चुनाव में '800 सीटें' भी जीत ले. शिवसेना ने इसके साथ ही मध्यप्रदेश की उस घटना का भी उल्लेख किया जिसमें इस वर्ष के शुरुआत में एक प्रदर्शन अभ्यास के दौरान एक वीवीपीएटी मशीन से कथित रूप से गलत तरीके से भाजपा के चिह्न वाली पर्चियां निकली थीं.
शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में प्रकाशित एक संपादकीय में राकांपा नेता प्रफुल पटेल पर भी निशाना साधा जिन्होंने कहा था कि शरद पवार को 2019 में प्रधानमंत्री बनते देखने का राकांपा कार्यकर्ताओं का सपना 'असंभव नहीं है.' इसमें कहा गया है कि सभी इसको लेकर निश्चिंत हैं कि 'मोदी लहर' 2019 में दोहराई नहीं जाएगी. इसमें कहा गया है कि भाजपा ने जहां एक ओर 2019 के लिए 350 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है, आतंरिक चर्चाएं हैं कि क्या वे अपनी वर्तमान सीटें भी बरकरार रख पाएंगे.
संपादकीय में लिखा है, "…दूसरी चिंता धन इस्तेमाल की है…और इलेक्टॉनिक वोटिंग मशीन. मध्यप्रदेश में भाजपा को वोट जा रहा था जब कांग्रेस के चिह्न वाला बटन दबाया जा रहा था. इसलिए कोई आश्चर्य नहीं होगा यदि 2019 के चुनाव में भाजपा को 700 से 800 सीटें मिल जाएं." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी का उल्लेख करते हुए कि पवार उनके 'राजनीतिक गुरू' हैं, शिवसेना ने सवाल किया कि 2019 के बाद यदि राजनीतिक स्थिति की मांग हुई तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वरिष्ठ मराठा नेता का समर्थन करेंगे.
कुछ दिन पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा था कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी देश का नेतृत्व करने में सक्षम हैं. राउत ने कहा था कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू किए जाने के खिलाफ गुजरात के लोगों में रोष इस बात का संकेत है कि भाजपा को चुनाव में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा. इसके साथ ही, उन्होंने जोर देते हुए कहा था कि मोदी लहर फीकी पड़ गई है.
संजय राउत ने कहा था, "2014 के आम चुनाव में मोदी लहर थी लेकिन अब ऐसा लगता है कि यह फीकी पड़ गई है. जीएसटी पेश किए जाने के बाद जिस तरह से लोग गुजरात की सड़कों पर मार्च कर रहे हैं, उससे लगता है कि वो (भाजपा) चुनौती का सामना करने जा रही है." गुजरात चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के एक दिन बाद राउत की यह टिप्पणी आई थी.