NTPC हादसा: राहुल गाँधी मृतकों व घायलों के परिजनों से मिले
लखनऊ: रायबरेली के ऊँचाहार, एनटीपीसी में कल ब्वायलर फटने से सैंकड़ों कार्यरत कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो जाने एवं दर्जनों की संख्या में कर्मचारियों की दर्दनाक मृत्यु की घटना पर आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी , गुलाम नबी आजाद ,राजबब्बर, सांसद प्रमोद तिवारी, डा0 संजय सिंह सांसद एनटीपीसी पहुंचे एवं एनटीपीसी हास्पिटल, जिला अस्पताल सहित विभिन्न अस्पतालों में भर्ती घायलों का हालचाल लिया। तदुपरान्त पोस्टर्माटम गृह भी पहुंचे एवं मृतकों व घायलों के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना देते हुए संवेदना प्रकट की।
तदुपरान्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने सिविल हास्पिटल पहुंचकर एनटीपीसी की घटना में घायल भर्ती मरीजों का हालचाल लिया। इस मौके पर प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर ने कहा कि यह मौका आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है, बहुत ही गंभीर और दुःखद घटना और राष्ट्रीय आपदा जैसा है। उन्होने कहाकि कहना अतिशियोक्ति नहीं होगा जैसा कि एनटीपीसी के अधिकारी कह रहे थे कि ऐसी घटना पहली बार हुई है बहुत ही गंभीर बात है। उन्होने कहा कि घायलों को अगर आवश्यकता पड़े तो आजीवन उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए व मृतकों एवं गंभीर रूप से घायलों के परिवार के व्यक्ति को सरकारी नौकरी एवं सरकार को घायलों को मुआवजा देते समय यह भी सोचना चाहिए कि वह घायल अब जीवन भर किसी काम को कर पायेगा या नहीं, इसलिए सरकार को बढ़चढ़कर मुआवजा देना चाहिए।
राजबब्बर ने मांग की है कि एनटीपीसी की घटना की निष्पक्ष जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज द्वारा करायी जानी चाहिए जिससे कि बरती गयी लापरवाही से हुई घटना के सही कारणों का पता चल सके ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके।
उन्होने कहा कि यूपीए सरकार के समय में रायबरेली में 1100बेड का अतिआधुनिक एम्स बनाने का काम शुरू हुआ था किन्तु तीन वर्ष में दो प्रतिशत भी काम में तरक्की नहीं हो पायी यदि यह हास्पिटल बना होता तो बहुत सी जानें बचायी जा सकती थीं। उन्होने कहा कि एनटीपीसी में ब्वायलर फटने की घटना हुई है वहां अभी बिल्डिंग भी पूरी नहीं बन पायी और ट्रायल के आधार पर चलाया जा रहा था उस पर लापरवाही तो हुई है।