दाऊद को भूल जाइए, कभी नहीं लौटेगा भारत
मुंबई पुलिस के पूर्व अधिकारी का बयान
मुंबई: मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त एम एन सिंह ने आज कहा कि वह भगोड़े अंडरवर्लड डॉन दाऊद इब्राहिम को देश में वापस लाए जाने की संभावना नहीं देखते क्योंकि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की गिरफ्त में है। दाऊद 1993 के मुंबई बम धमाकों में मुख्य आरोपी है। इन बम धमाकों में 257 लोग मारे गए थे और 713 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सिंह ने एक कार्यक्रम में कहा, 'मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हमें उसके अपराधों को भूल जाना चाहिए, लेकिन यह भूल जाइए कि वह कभी भारत लौटेगा। पाकिस्तान किसी भी सूरत में इसकी इजाजत नहीं देगा। अगर उसने ऐसा करने की कोशिश भी की तो भी वे उसे मार देंगे। दाऊद आईएसआई की गिरफ्त में है।'
उन्होंने कहा, 'हमें यह समझना चाहिए कि इन गिरोहों को स्थानीय नेताओं और पुलिस का भी सहयोग मिला हुआ है। मुझे दुख के साथ यह स्वीकार करना पड़ेगा कि जब मैं मुंबई विस्फोट के मामले की जांच कर रहा था तो मैंने पाया कि दो पुलिस अधिकारियों का इन गिरोहों के साथ संबंध है। मैंने उनको बखार्स्त कर दिया और यह बहुत दुभार्ग्यपूर्ण चीज है।' पूर्व आईपीएस अधिकारी एम.एन. सिंह मुंबई में आयोजित आजतक के कार्यक्रम मंथन में दाऊद इब्राहिम के विषय में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि दाऊद इब्राहिम भारत आना चाहता था, इसके लिए उसने वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी से संपर्क किया था।
एम.एन. सिंह के मुताबिक उस वक्त राम जेठमलानी के पुत्र महेश जेठमलानी दाऊद इब्राहिम का संदेश लेकर उनसे मिलने आए थे। उन्होंने बताया था कि दाऊद सरेंडर करना चाहता है, लेकिन उसकी कुछ शर्तें हैं। दाऊद की पहली शर्त थी कि मुंबई पुलिस उसका एनकाउंटर नहीं करेगी, दूसरी शर्त थी कि उस पर केवल मुंबई ब्लास्ट केस का ट्रायल चलाया जाएगा और तीसरी शर्त थी कि उसे जेल में नहीं रखा जाए बल्कि हाउस अरेस्ट में रखा जाए। एम.एन. सिंह के अनुसार दाऊद की पहली शर्त तो उन्होंने मान ली थी, लेकिन दूसरी और तीसरी शर्त पर उन्होंने सरकार से बात करने के लिए कहा।
सरकार ने उस वक्त एम.एन. सिंह से इस बारे में उनकी राय पूछी तो उन्होंने उसकी बाकी दो शर्तों को मानने के लिए इनकार कर दिया। लिहाजा सरकार ने भी दाऊद की दूसरी और तीसरी शर्त को खारिज करते हुए इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। एम.एन. सिंह ने खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने एनकाउंटर नहीं किए जाने की बात पर सहमति जता दी थी, लेकिन अन्य मुकदमों के ट्रायल न किए जाने और हाउस अरेस्ट की बात से साफ इनकार कर दिया था। एन एन सिंह ने बताया कि अब मुंबई में दाऊद इब्राहिम का दौर खत्म हो चुका है, लोग अब दाऊद के नाम से नहीं डरते।