सैफई में दिवाली पर एक साथ नज़र आये मुलायम, शिवपाल और अखिलेश
इटावा(सैफई): इस दिवाली आखिरकार सैफई परिवार एक हो गया। मुलायम, अखिलेश, शिवपाल ने एक साथ मुलायम के सैफई आवास में आकर सब कुछ ठीक हो जाने संदेश दिया। इस दौरान दूसरी व तीसरी पीढ़ी के धर्मेंद्र, तेज प्रताप व अंशुल भी मौजूद रहे। हाँ रामगोपाल यादव ज़रूर इस अवसर पर मौजूद नहीं रहे । लेकिन उनकी बुधवार को सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव से बंद करने में एक घंटे तक लंबी बातचीत हो चुकी है। प
इस साल की दिवाली राजनैतिक इतिहास के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई। एक साल पहले सैफई परिवार के बीच कटुता आई और समाजवादी पार्टी में बिखराव की स्थिति बन गई थी। हालात देखकर राजनैतिक विश्लेषकों को भी उम्मीद नही थी कि सैफई परिवार फिर से एक होगा और समाजवादी पार्टी के अच्छे दिन शुरू होंगे। लेकिन राजनीति के मंझे खिलाड़ी कहे जाने वाले सपा संस्थापक की मेहनत आखिर रंग लाई और वे अपने बेटे व भाई के बीच का मनमुटाव दूर करने में सफल हुई। गुरुवार की सुबह 10 बजे मुलायम सिंह यादव के सैफई स्थित आवास के लान में मुलायम सिंह यादव स्वयं तो पहुंचे ही साथ में बेटा अखिलेश यादव व भाई शिवपाल सिंह भी रहे। इन तीनों प्रदेश के दिग्गज नेताओं के साथ ही परिवार के युवा नेता बदायूं सांसद धर्मेंद्र यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव अंशुल, मैनपुरी सांसद तेज प्रताप यादव भी मौजूद रहे। सभी ने मौजूद समर्थकों व सैफई वासियों को दिवाली की शुभकामनाएं दीं और होली व दिवाली में होने वाले पंरपरागत खेल तमाशे देखे। 30 मिनट तक सैफई परिवार के सभी नेता मौजूद रहे तो राजनैतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू होना स्वाभाविक है। वहीं राजनैतिक गणितज्ञ अगली गणित बैठाने लगे। मुलायम सिंह यादव सभी एक साथ करके लखनऊ के लिए रवाना हो गए, जबकि शिवपाल सिंह यादव भी अपने इटावा आवास पर पहुंच गए। अखिलेश यादव कुछ देर बाद परिवार संग लखनऊ रवाना हो जाएंगे।
बुधवार व गुरुवार के इन 20 घंटे के घटनाक्रम ने काफी कुछ बदल दिया है। समाजवादियों के लिए भी सैफई परिवार की ओर से दिवाली का ये बड़ा तोहफा माना जा रहा है। सैफई परिवार की महिलाओं में भी इस दिवाली खुशी का अलग ही माहौल दिखाई दिया, महिलाएं भी उत्साहित होकर एक दूसरे के गले मिलीं। छोटों ने बड़ों का पैर छूकर आर्शीवाद लिया तो बड़ों ने भी सदा खुश रहने का आशीष दिया।
उधर सैफई परिवार के बड़े नेताओं में से केवल शिवपाल सिंह यादव ने ही मीडिया से बातचीत की। इस दौरान शिवपाल ने पूछे गए एक सवाल पर कहा कि वे पहले से ही एक हैं, इसलिए आज एक होने जैसा क्या है। व्यवस्तता में कम मुलाकातें हुईं और लोग अपने अलग अलग तरह के कयास लगाते रहे।