विकास के लिए जरूरी है वेद और आयुर्वेद: राकेश त्रिपाठी
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने प्रधानमंत्री द्वारा धन्वन्तरि दिवस पर देश के हर जिले में आयुर्वेद के अस्पताल की घोषणा की प्रशंसा की। भारतीय चिकित्सा पद्धति के संवर्धन की दिशा में यह चिकिसालय बढी भूमिका निभाएंगे। श्री राकेश त्रिपाठी ने कहा कि भारत के वेदो में सभी समस्याओं का समाधान है, उसी तरह भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में सभी रोगों का निदान है। भारतीय चिकित्सा पद्धतियों का किसी भी रोग के उपाचार में प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने पहले योग के लिए आग्रह किया जिसका व्यापक प्रभाव दिखना शुरू हो गया है। योग को पूरा विश्व स्वीकार कर रहा हैं। अन्तराष्ट्रीय योग दिवस भी मोदी जी की पहल पर ही मनाया जाने लगा। अब आयुर्वेद सहित अन्य भारतीय चिकित्सा पद्धतियों के विकास के लिए केन्द्र सरकार के कदमों का फायदा भारतीय जनमानस को मिलने लगेगा।
श्री त्रिपाठी ने कहा केन्द्र सरकार की इसी मंशा को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में भी पहली बार आयुष मंत्रालय का गठन हुआ है। आयुष मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश में कम समय में उल्लेखनीय उपलब्धियां भी हासिल की है। मुजफ्फर नगर के कस्बा रोहाना में आयुष चिकित्सालय की अलग स्थापना हो गई है, प्रदेश में पहले चरण में 42 आयुष चिकित्सालय बनने जा रहे हंै जिन पर काम शुरू हो गया है। योगी सरकार के प्रयासों के कारण ही आज भारतीय चिकित्सा पद्धतियों से उपचार कराने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। भारतीय चिकित्सा पद्धतियों से उपचार सस्ता व सुलभ है जो पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी के अन्त्योदय के विचारों के साथ है। गरीब, वंचित समाज के लिए आयुष वरदान हो सकता बशर्ते इस पर सम्यक रूप से ध्यान दिया जाए, नवीनतम शोध हों। यह दुर्भाग्य है कि पिछली सरकारों ने आयुष को उपेक्षित रखा लेकिन वर्तमान मोदी-योगी सरकार न केवल स्वच्छता से रोग भगाने का संदेश दे रही है बल्कि रोग से लड़ने के लिए योग व आयुर्वेद सरीखी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को भी बढावा दे रही है।