मोटरसाइकिलें और कारों का अधिक बिक्री होना विकास नहीं: यशवंत सिन्हा
नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट को लेकर पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने फिर एक बार आर्थिक नीतियों को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला सीधे पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा है कि कार और मोटरसाइकल का अधिक बिकना विकास नहीं है।
विदर्भ के अकोला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर विद्रोही तेवर दिखाते हुए ‘राजशक्ति’ पर अंकुश के लिए ‘लोकशक्ति’ का आह्वान किया। सिन्हा ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर भी मोदी सरकार की आलोचना की सिन्हा ने कहा कि मैं नोटबंदी पर बोलना नहीं चाह रहा था क्योंकि ऐसी चीज पर कोई क्या कहे जो फेल हो चुकी है।
जीएसटी की आलोचना करते हुए सिन्हा ने कहा कि जब हम (बीजेपी) विपक्ष में थे तब सरकार पर ‘टेक्स टेररेजम’ और ‘रेड राज’ का आरोप लगाते थे लेकिन आज जो चल रहा है वह भी टेररेजम ही है। सिन्हा ने कहा कि जीएसटी गुड ऐंड सिंपल टैक्स हो सकती थी लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने इसे बैड ऐंड कॉम्प्लिकेटेड टैक्स बना दिया।
यशवंत सिन्हा ने किसानों के एनजीओ शेतकारी जगर मंच के एक कार्यक्रम में बोलते हुए ये बातें कहीं दरअसल पीएम ने इस महीने ICSI के गोल्डन जुबली समारोह में आंकड़े दिखाकर यह बताने की कोशिश की थी कि अर्थव्यवस्था में सबकुछ सही चल रहा है उसी दौरान पीएम ने कार और ट्रैक्टर जैसी चीजों की बढ़ती बिक्री को भी अपने आंकड़े में शामिल किया था।
सिन्हा इसी संदर्भ में पीएम पर निशाना साध रहे थे। सिन्हा ने इस बार सीधे मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘हमारी सरकार के मुखिया ने अपने हालिया घंटे भर के भाषण में भारत की प्रगति दिखाने के लिए संख्या का हवाला देते हुए कहा कि ज्यादा कारें और मोटरसाइकलें बेची गईं।’ उन्होंने सवाल किया, ‘क्या इसका मतलब देश प्रगति कर रहा है।