खेलकूद स्वयं को साबित करने का सशक्त माध्यम है: योगी आदित्यनाथ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां 35वीं वाहिनी, पी0ए0सी0 बटालियन में विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के 30वें क्षेत्रीय खेलकूद समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह संगठन निजी प्रयासों से संचालित सबसे बड़ा शैक्षणिक संगठन है। इसने शहरों, गांवों में शिक्षण एवं प्रशिक्षण में अभिनव प्रयोग करते हुए इन्हें राष्ट्रीयता से जोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि गौरव का विषय है कि यह आयोजन आज यहां हो रहा है। विद्या भारती संगठन समाज को जोड़ने का काम कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हमारे देश में प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता है और सभी संसाधन मौजूद हैं, फिर भी हम खेलकूद के क्षेत्र में पिछड़े हैं। उन्होंने कहा कि खेलकूद स्वयं को साबित करने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि विद्या भारती ने विद्यार्थियों को एक ऐसा प्लेटफाॅर्म उपलब्ध कराया है, जहां वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं। इस संगठन के प्रयासों से विद्यार्थी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेश के खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश को अखिल भारतीय प्रतियोगिताओं में अग्रणी बनाने की दिशा में काम करना चाहिए। खेलकूद के साथ ही, शिक्षा के क्षेत्र में भी गम्भीर प्रयास किए जाने चाहिए।
योगी ने कहा कि विद्या भारती संगठन प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के सभी स्तरों पर कार्य कर रहा है। इसके तहत शिक्षण संस्थाओं में शिक्षकों के मार्गदर्शन में छात्र-छात्राएं शिक्षा एवं संस्कार ग्रहण कर रहे हैं। राष्ट्र निर्माण के पुनीत कार्य में लगे निष्ठावान समाजसेवियों ने नवोदित पीढ़ी को सुयोग्य शिक्षा और शिक्षा के साथ संस्कार देने के लिए इसकी स्थापना की थी। आध्यात्मिक विकास और संस्कार के बिना किसी भी बालक-बालिका का चतुर्दिक विकास सम्भव नहीं है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की शिक्षा प्रणाली का विकास किया जाना चाहिए, जिसके द्वारा ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके, जो राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत हो, शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से पूर्ण विकसित हो और जीवन की चुनौतियों का सामना सफलतापूर्वक कर सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों का व्यक्तित्व के सम्पूर्ण विकास में महत्वपूर्ण स्थान है। किसी भी खेल प्रतियोगिता में कोई जीतता है और कोई हारता है। लेकिन इसमें महत्व इस बात का होता है कि खेल के मैदान में हम किस भावना के साथ शामिल हुए। खेल से सौहार्द और आपसी भाईचारे की भावना भी सुदृढ़ होती है। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को इस प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा को दिखाने का मौका मिलेगा। वे इस अवसर का लाभ उठाएं।
योगी ने कहा कि खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुरुष खिलाड़ियों को प्रदेश सरकार द्वारा लक्ष्मण पुरस्कार, तथा महिला खिलाड़ियों को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। दोनों पुरस्कारों के तहत क्रमशः लक्ष्मण जी एवं रानी लक्ष्मीबाई की कांस्य प्रतिमा, प्रशस्ति पत्र व प्रत्येक खिलाड़ी को 03 लाख 11 हजार रुपए की धनराशि प्रदान की जाती है। वर्तमान राज्य सरकार खेल के क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं के अभाव को दूर कर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में यदि उत्तर प्रदेश निवासी कोई भी खिलाड़ी पदक प्राप्त करता है, तो उसे राज्य सरकार पुरस्कृत करेगी।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि विद्या भारती संगठन सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभावान खिलाड़ियों को एक ऐसा मंच उपलब्ध कराएगा, जिसके माध्यम से वे अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर शीर्ष स्थान प्राप्त कर सकेंगे।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के उपरान्त समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने मार्च पास्ट की सलामी ली। खेलकूद प्रतियोगिता की मशाल का प्रज्ज्वलन और ध्वजारोहण भी किया। उन्होंने दौड़ प्रतियोगिता के विजेताओं को मेडल देकर सम्मानित भी किया। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे 05 लोगों को भी सम्मानित किया। उन्होंने स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम को भी देखा।