शिक्षा और खेल एक दूसरे दामन चोली का साथ: राजीव शुक्ला
हमने सर सय्यद से आंदोलन पाकर शिक्षा की शमा रोशन की है: हाशमी समूह
नई दिल्ली: सर सय्यद के दो सौ साल का जश्न के अवसर पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के केनेडी हॉल स्पोर्ट एक्सरसाइज एंड साइंस के शीर्षक से भौतिक शिक्षा विभाग की ओर से राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य सभा संसद और आरआईपीएल के अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने भाग लिया! कार्यक्रम में बतौर अतिथि हाशमी ग्रुप ऑफ एजुकेशन (अमरोहा) के उपाध्यक्ष ने शिरकत की। इस अवसर पर राजीव शुक्ला ने अपने संबोधन में शिक्षा और खेल के महत्व पर जोर देते हुए दोनों को एक दूसरे का अभिन्न अंग बताया। राजीव शुक्ला ने कहा कि खेल शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। एक उदाहरण पेश करते हुए, उन्होंने स्पष्ट किया कि "तेज़ होते हैं बच्चे खेल से जिस तरह गाड़ी के पहिए तेल से" उन्होंने कहा कि कुछ भी हासिल करने के लिए एक आदमी को फिट करना बहुत महत्वपूर्ण है। राजीव शुक्ला का कहना था कि जब तक आदमी फिट न हो तब तक वह बेहतर शिक्षा प्राप्त कर ही नहीं सकता है और फिट होने के लिए शारीरिक व्यायाम बहुत जरूरी है और शारीरिक व्यायाम का संबंध प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष स्पोर्ट्स से ही होता है। राजीव शुक्ला ने स्पोर्ट्स के सिलसिले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि यहाँ का प्रशासन बधाई का का पात्र है की वे शिक्षा के साथ स्पोर्ट के महत्व को समझते हैं और भौतिक शिक्षा विभाग होना इस बात की दलील है कि बच्चों की फिटनेस के लिए अली गढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन अत्यंत संवेदनशील और ईमानदार है। इस अवसर पर हाशमी शिक्षा समूह के उपाध्यक्ष ने अपने बयान में कहा कि हम ने सर सय्यद के आंदोलन से ही प्रेरित पाकर शिक्षा की शमा रोशन की है ओ बच्चों के साथ बच्चियों की शिक्षा पर भी हमारे यहाँ विशेष ध्यान है। उन्होंने कहा कि हम अपने छात्रों ओ छात्राओं को फिट रखने के लिये विभिन्न तरह न केवल कार्यक्रम का आयोजन करते हैं बल्कि लगातार इस सिलसिले में कोशिश करते हैं और हर दिन नए नए प्रोग्राम करते हैं ताकि हमारे बच्चे फिट रहें। उन्होंने कहा कि हमें यह बात अच्छी तरह मालूम है की फिट रहने के लिए फिज़िकल एक्सरसाइज़ बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को बधाई देते हुए कहा कि स्पोर्ट्स विभाग में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के काम काज सराहनीये हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने अपने अध्यक्षीय भाषण में मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि स्पोर्ट्स से लेकर शिक्षा और राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों की मौजूदगी स्वागत योगय है। उन्होंने कहा कि हम बेहतर से बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे प्रयास अपने बच्चों को शारीरिक और शैक्षिक रूप से फिट रखने के लिए हैं। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रम का आयोजित करने के लिए विभाग की तारीफ की, और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों का संचालन करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास दुनिया में प्रमुख विश्वविद्यालयों की सूची में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को कायम रखना है। उन्होंने कहा कि हम सर सय्यद के सपने को पूरा करने के लिए बचन बद्ध हैं। प्रोफेसर एमएल कमलेश सेवानिवृत्त प्राचार्य स्पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अपने अनुभव लोगों के साथ बांटते हुए लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक स्पोर्ट पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि फिट रहने के लिए शारीरिक व्यायाम आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज स्पोर्ट में हालांकि क्रिकेट को हमारे देश में काफी महत्व प्राप्त है लेकिन हॉकी, वाली वाल, फुटबॉल सहित सैकड़ों खेल हैं और प्रत्येक की अपनी अपनी अहमियत हैं । कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में, एआईसीसी के सचिव विवेक बंसल ने भाग लिया। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा की शमा रोशन करना ही सर सय्यद को असली श्रद्धांजलि होगी।