प्रधानमंत्री की चुप्पी से तकलीफ होना क्या पाप है: प्रकाश राज
अभिनेता, निर्देशक व निर्माता प्रकाश राज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधकर एक नई बहस को जन्म दिया है। हालांकि अपनी बेबाक टिप्पणी के लिए सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहे प्रकाश राज इससे प्रभावित नजर नहीं दिख रहे। द हिंदू को दिए इंटरव्यू में, प्रकाश राज ने कहा कि वे ‘प्रधानमंत्री की चुप्पी से दुखी थे।’ प्रकाश ने वरिष्ठ कन्नड़ पत्रकार और कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या के संबंध में मोदी की चुप्पी की आलोचना करते हुए कहा था कि यह निराशाजनक है कि प्रधानमंत्री सोशल मीडिया पर उन लोगों को फालो करते हैं, जो लंकेश की हत्या का जश्न मनाते हैं। राज ने कहा था, “गौरी के हत्यारों को अभी तक पकड़ा नहीं गया है। लेकिन निराशाजनक बात यह है कि लोग सोशल मीडिया पर उनकी मौत का जश्न मना रहे हैं और घृणा फैला रहे हैं। कुछ लोग जो गौरी की हत्या का जश्न मना रहे हैं, उन्हें ट्वीटर पर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फालो भी करते हैं। हमारे पास ऐसा प्रधानमंत्री है, जो इस घटना पर आंखें बंद कर लेता है।” राज ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा था, “जब आप आदित्यनाथ के बयानों को सुनते हैं, तब आप यह नहीं समझ पाते कि वह एक मुख्यमंत्री हैं या एक पुजारी हैं।”
इंटरव्यू में राज ने कहा है कि “देश का एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते, उन्हें प्रधानमंत्री की चुप्पी से तकलीफ हुई। क्या यह पाप है?” खुद को ‘एंटी मोदी’ कहे जाने पर प्रकाश राज ने कहा कि ‘मुझे यह कहने का अधिकार है। ऐसा करने के लिए उन्होंने मुझे एंटी मोदी कहने की हिम्मत कैसे की। मैं एंटी मोदी नहीं हूं। वह बहुमत द्वारा चुने गए प्रधानमंत्री हैं। मेरे कुछ मुद्दों पर उनसे मतभेद हैं। मैं ईमानदार होने की कीमत चुका रहा हूं। मुझे ट्रोल करने वाले मुझे डिगा नहीं पाएंगे। अंजाम चाहे जो भी हो, मैं सच बोलूंगा, जब भी जरूरत होगी।”
प्रकाश राज के इस बयान को कई लोगों ने राजनीति में आने का जरिया समझा। इस पर राज ने कहा कि ‘मेरी बातों को गलत तरीके से लिया गया। अगर मुझे राजनीति में आना होगा, तो मैं सीधे आप लोगों के पास आऊंगा और अपनी इच्छा बता दूंगा।”