30 साल देश नौकरी के बाद रिटायर्ड मुस्लिम आर्मी अफसर को साबित करनी पड़ेगी नागरिकता
नई दिल्ली: मोहम्मद अजमल हक को असम पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासी बताया हैगुवाहाटी: असम में सेना के एक रिटायर्ड अफसर को 30 साल देश की सेवा करने के बाद अजीब स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. मोहम्मद अजमल हक नाम के इस रिटायर्ड जेसीओ के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है. इन पर अवैध रूप से भारत में रहने का आरोप लगाया गया है और इन्हें बंग्लादेश का अवैध प्रवासी बताया गया है. अब इस मामले की सुनवाई विदेशी मामलों की ट्राइब्यूनल में 13 अक्टूबर को होनी है. खास बात ये है कि तीन साल पहले इनकी पत्नी पर भी ऐसा ही आरोप लगाकर नोटिस भेजा गया था, लेकिन जांच के बाद आरोपों को सही नहीं पाया गया.
हक ने बातचीत करते हुए कहा कि अगर मैं अवैध बांग्लादेशी प्रवासी हूं तो फिर मैंने भारतीय सेना में कैसे अपनी सेवा दी. मैं बहुत दुखी हूं. 30 साल देश की सेवा करने का मुझे ये इनाम मिला है. मेरी पत्नी को भी इसी तरीके से प्रताड़ित किया गया था.