अमेरिका ने भी समझा रोहिंग्या मुसलमानों का दर्द
विस्थापन और हिंसा रोकने के लिए म्यांमार सरकार से की अपील
वाशिंगटन: संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा है कि म्यांमार से रोहिंग्या मुसलमानों की विस्थापन और और उनके ऊपर हो रहे अत्याचार से पता चलता है कि देश की सुरक्षा बल देश के नागरिकों की रक्षा नहीं कर रहे हैं। म्यांमार सरकार को इसे रोकना चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि हम म्यांमार के सुरक्षा अधिकारियों से अपील करते हैं कि वे कानून के शासन का सम्मान करें, हिंसा को रोकें और सभी वर्गों के विस्थापन को रोकें।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ चल रही हिंसा के बाद 3 लाख से अधिक मुस्लिम विस्थापना कर चुके हैं। हालांकि, म्यांमार सेना का कहना है कि यह कार्रवाई केवल रोहिंग्या के उग्रवादियों के खिलाफ है। उन्होंने आम लोगों को निशाना बनाए जाने से इंकार कर दिया है। 25 अगस्त को रखाईन राज्य के उत्तरी भाग में रोहिंग्या आतंकवादियों ने पुलिस चौकियों को निशाना बनाया। जिसमें 12 सुरक्षा कर्मियों को मार दिया गया। इस घटना के बाद से वहां हिंसा फैल गई है और रोहिंग्या मुस्लिम को देश से भागना पड़ा है।