पुस्तक मेला: बड़ों के संग बच्चों को भा रहे किताबों के रंग
बाल गतिविधियों का केन्द्र बना ‘खूब पढ़ो-खूब बढ़ो’ थीम पर आधारित बुक फेयर
लखनऊ। नन्हें जमाल ने अपने लिए नन्हीं कविताओं की सीडी पसंद की थी तो अंशिका ने अंग्रेजी और हिन्दी की तीन किताबें अपनी मां से खरीदवाईं और कहा – ‘मां मेला तो कई दिन चलेगा हम फिर आएंगे न?’ आठवीं के सत्येन्द्र ने अपने लिए ग्रामर और इंग्लिश- हिन्दी निबंध की किताब खरीदी और कहा- ‘फिर आऊंगा।’
खेल-खिलौनों की ही तरह रंगबिरंगी किताबंे भी बच्चों को बेहद भाती हैं। इसकी तस्दीक यहां मोतीमहल वाटिका लान में चल रहे पन्द्रहवें राष्ट्रीय पुस्तक मेले में आकर अपने अभिभावकों के साथ उमड़े बच्चों को देखकर की जा सकती है। सन् 2003 से इन्हीं दिनों में लगातार होते आ रहे मेले का आज दूसरा दिन भारी भीड़ भरा रहा।
खूब पढ़ो- खूब बढ़ो थीम पर आधारित इस पुस्तक मेले में बच्चों के लिए पाठ्यक्रम से अलग सहयोगी पुस्तकों के अलावा कोर्स के अनुरूप सीडी-डीवीडी, कहानी, कविताओं की किताबें, गेम्स, पजल्स, स्टेशनरी, स्कूलों और अध्यापकों के मतलब के चार्ट, बोर्ड और अन्य उपयोगी उपकरणों जैसा बहुत कुछ नये संस्करणांे में उपलब्ध है। आयोजक आस्था ढल ने बताया कि बच्चों और स्कूलों आदि के मतलब की सामग्री प्रमुख रूप से स्काॅलर हब, पी.एम.पब्लिकेशन्स, किड्स फैक्ट्री, स्टूडेण्ट बुक सेण्टर, पद्म कम्पनी, सुभाष पुस्तक भण्डार, मैजिक गेम्स, तिरुमाला आदि के स्टालों पर है। बच्चों की हिन्दी-अंग्रेजी की किताबें 15-20 रुपये में भी अनेक स्टालों पर हैं तो कहीं 20 रुपये में कुछ भी उठाएं जैसी स्कीमें चल रही हैं। अन्य स्टालों पर भी बच्चों के लिए खासी पुस्तकें हैं।
बाल व युवा मंच पर ज्योति किरन के संयोजन में प्रभात, नवेंदु, चैताली, प्रभाती, अश्वित, रूपाली आदि ने ‘मेरा झुमका जो गिरा…’ व ‘ निम्बूड़ा-निम्बूड़ा…’ जैसे गीतों पर धमाल मचाया। कल सुबह मुख्य मंच भी बच्चों को समर्पित रहेगा जहां बाल साहित्य पर बंधु कुशावर्ती, डा.हेमंत श्रीवास्तव व जाकिर अली रजनीश चर्चा करेंगे व पुस्तकों का विमोचन होगा। मुख्य मंच पर अशोक पाण्डेय अनहद की कृतियों पर चर्चा चली तो अभा साहित्य उत्थान परिषद की ओर से साहित्य संगम व सम्मान समारोह आयोजित किया गया। डा.करुणा पाण्डेय के कथा संग्रह ‘वक्त की करवटें’ का लोकार्पण डा.विद्याविंदु सिंह, एम.सी.द्विवेदी, संजय जायसवाल व डा.अमिता दुबे इत्यादि रचनाकारों की मौजूदगी में कहानी पाठ के संग हुआ। देर शाम अब्दुल हफीज खां की पुस्तक ‘मेरी कविता मेरी सोच’ का विमोचन फैजाबाद के डा.एलपी पाण्डेय साहित्य सेवा संस्थान द्वारा आयोजित काव्य संध्या एवं सम्मान समारोह के बीच हुआ। कोलकाता के संजयकुमार अग्रवाल ने जीवन में सफलता के मंत्र बताए। डाक्टर से मिलिए कार्यक्रम में प्रो.एम.एल.भट्ट की मौजूदगी में कैंसर विशेषज्ञ यू.एस.पाल, डा.शैलेन्द्र व पूजा रूमाकांत ने मुख्य रूप से फेफड़ा, मुख व ब्रेस्ट कैंसर के कारणों और बचाव पर बताया।