नई दिल्ली: चीफ जस्टिस जेएस खेहर के रविवार को रिटायर होने के बाद अब दीपक मिश्रा देश के 45 वें मुख्य न्यायाधीश की शपथ ले चुके हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उन्हें सोमवार को दरबार हॉल में शपथ ग्रहण करवाई. दीपक इस पद पर 13 महीने तक रहेंगे. दीपक ने निर्भया केस में दोषियों को मौत की सजा, याकूब मेनन को फांसी और सिनेमाघरों में राष्ट्रगान की अनिवार्यता जैसे कई ऐतिहासिक फैसले दिए हैं.

दीपक मिश्रा ओडिशा से ताल्लुक रखने वाले देश के तीसरे मुख्य न्यायाधीश हैं. उनका जन्म 3 अक्टूबर 1953 को हुआ था. 14 फरवरी 1977 को उन्होंने उड़ीसा हाइकोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस करना शुरु की थी. 1996 में वे उड़ीसा हाईकोर्ट के अतिरिक्त जज बने. बाद में उनका मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में तबादला कर दिया गया. 2009 में पटना हाईकोर्ट का जज बनाया गया. 24 मई 2010 को उनका तबादला दिल्ली हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के तौर पर हुआ. 10 अक्टूबर 2011 को वे सुप्रीम कोर्ट के जज बने.