हमीरपुर में 13 साल के लड़के ने लगाई फांसी

हमीरपुर: हमीरपुर में एक 13 साल के लड़के ने अपने घर पर पंखे से लटकफर फांसी लगा ली. बताया जा रहा है कि वो मोबाइल में ब्लू व्हेल गेम खेल रहा था और गेम के टास्क को पूरा करने के कारण उसने ये कदम उठाया.

कुछ देर बाद बेटे का शव लटका देख परिजनों ने उसे नीचे उतारा और हॉस्प‍िटल लेकर गए. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बता दें, यूपी में ब्लू व्हेल गेम से यूपी में ये पहला मौत का मामला सामने आया है.

जानकारी के मुताबिक, हमीरपुर के मौदहा कस्बे के मराठीपुरा में रहने वाले निवासी विक्रम सिंह इकलौता बेटा पार्थ (13) जयपुरिया कॉलेज में 7वीं क्लास में पढ़ता था. रविवार की शाम वो पापा के मोबाइल पर ब्लू व्हेल गेम खेल रहा था. इसी बीच वो अचानक अपने कमरे में गया और बेड के ऊपर कुर्सी रख गमछे के सहारे पंखे से फांसी लगा ली.

कुछ देर बाद घरवालों ने पार्थ को आवाज लगाई. जब कोई जवाब नहीं मिला तो पिता विक्रम उसके कमरे में पहुंचे. वहां बच्चे को फांसी पर लटका देख वे दंग रह गए. शोर सुनकर पार्थ की मां और कॉलोनी के दूसरे लोग भी मौके पर पहुंच गए.

विक्रम सिंह ने बताया, ''कुछ दिनों से पार्थ मोबाइल पर गेम खेल रहा था. उसे कई बार टोका और डांटा. इसके बाद वो चोरी-छिपे गेम खेलने लगा. उसे अपने दोस्त की बर्थडे पार्टी में जाना था. सुबह से वो वहां जाने की तैयारी कर रहा था. उसकी मां उसके लिए मिठाई बना रही थी, लेकिन इसके पहले ही उसने सुसाइड कर लिया.

इंस्पेक्टर प्रमेंद्र सिंह ने बताया, ''मौके से मोबाइल फोन बरामद हुआ है. फिलहाल मौत के पीछे गेम खेलने की बात सामने आई है. मामले की जांच की जा रही है. हालांकि, बच्चे की बॉडी पर किसी तरह का कोई निशान नहीं बना था.''

'द ब्लू व्हेल गेम' या 'द ब्लू व्हेल चैलेंज' रूस में बना एक इंटरनेट गेम है. इसमें प्लेयर को 50 दिन तक कुछ खास टास्क बताए जाते हैं. एक-एक कर सारे टास्क पूरे करते रहने पर आखिरी में सुसाइड के लिए उकसाया जाता है.

हर टास्क पूरा होने पर प्लेयर को अपने हाथ पर एक कट लगाने के लिए कहा जाता है. आखिरी में जो इमेज उभरती है, वो व्हेल मछली की तरह होती है.

इंदौर में एक बच्चे ने ब्लू व्हेल गेम की आखिरी स्टेज पूरी करने के लिए स्कूल की तीसरी मंजिल से कूदने की कोशिश की थी. हालांकि, उसके दोस्तों ने उसे पकड़ लिया था. केरल में 11वीं के एक स्टूडेंट मनोज चंद्रन ने पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली.

मामला 26 जुलाई का है, लेकिन इसमें नया मोड़ तब आया जब मनोज की मां ने शक जाहिर किया कि उसके बेटे ने ब्लू व्हेल गेम की वजह से खुदकुशी की है. केरल के ही कन्नूर जिले के इंजीनियरिंग स्टूडेंट सावंत ने पिछले महीने सुसाइड किया था. उसकी मां ने मीडिया से कहा- मेरा बेटा लैपटॉप लेकर ही सोता था. मुझे शक है कि बेटे ने इसी ब्लू व्हेल गेम में फंसने के बाद सुसाइड किया. इसे फौरन बंद किया जाना चाहिए.

महाराष्ट्र के सोलापुर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था. यहां एक लड़के ने अपने पैरेंट्स को ब्लू व्हेल का लास्ट टास्ट पूरा करने के लिए पुणे जाने की बात लिखी. वह घर से निकल गया, लेकिन पुलिस ने वक्त रहते उसका पता लगा लिया.

रूस के फिलिप बुडेकिन ने 2013 में यह गेम बनाया. 'द ब्लू व्हेल चैलेंज' 100 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है. 2015 में इसे खुलते हुए सुसाइड का पहला केस सामने आया था.

इसके बाद फिलिप को अरेस्ट कर लिया और उस पर केस चलाया गया. सुनवाई के दौरान गेम मेकर ने बताया- ''गेम का मकसद समाज की सफाई करना है. फिलिप की नजर में सुसाइड करने वाले सभी लोग 'बायो वेस्ट' थे.

जानलेवा ब्लू व्हेल गेम को लेकर भारत सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश जारी किए हैं. इसके मुताबिक, इस गेम और दूसरे ऑनलाइन गेम्स को खेलने और खिलाने वाले पर पुलिस एक्शन लेगी. गेम खिलाने वाले एडमिनिस्ट्रेटर पर एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेजा जाएगा. इस संबंध में यूपी पुलिस ने सभी जिलों के लिए गाइडलाइन जारी की है.

बता दें, बीते 22 अगस्त को दिल्ली हाईकोर्ट ने फेसबुक, गूगल, याहू और केंद्र सरकार को शो कॉज नोटिस जारी किया था. कोर्ट ने ब्लू व्हेल गेम के लिंक्स तुरंत हटाने के लिए इंटरनेट कंपनियों को निर्देश देने की मांग वाली पिटीशन पर केंद्र और दिल्ली पुलिस से भी जवाब मांगा है. इन कंपनियों को कोर्ट को जवाब सौंपना होगा कि ऑनलाइन ब्लू व्हेल गेम को रोकने के लिए उन्होंने क्या कदम उठाए हैं. मामले की अगली सुनवाई 19 सितंबर को होनी है.

केंद्र सरकार ने इंटरनेट बेस्ड सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को जानलेवा ब्लू व्हेल गेम पर सख्त वॉर्निंग देते हुए इन्हें फौरन बंद करने को कहा था. सरकार के इस मसले पर सख्त रुख का केरल सरकार ने वेलकम भी किया था.

बता दें, ये गेम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए ही फैल रहा है. भारत समेत दुनियाभर में इस गेम के चलते सुसाइड के करीब 100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.

11 अगस्त को ही सरकार ने इंटरनेट की बड़ी कंपनियों जैसे गूगल, फेसबुक, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, माइक्रोसॉफ्ट और याहू को ऑर्डर जारी किए थे. इसमें साफ तौर पर कहा गया था कि इस गेम को ये कंपनियां अपने सभी प्लेटफॉर्म्स से फौरन हटा दें.