आक्सीज़न बहुत महंगी है साहब आप बाढ़ में या ट्रेन में मर जाइये !!
यूनुस मोहानी
फूलो का अपनी खुश्बू बिखेरने से पहले मसल दिया जाना याद होगा आपको अगर आप ज़िन्दा हैं तो गोरखपुर नहीं भूले होंगे अगर भूल गए तो किसी डॉक्टर से पूछने के ज़रूरत नहीं है कि आप ज़िन्दा हैं क्योंकि आपकी चेतना मर चुकी है| आज भारत के लगभग 7 प्रदेश जलप्रलय का शिकार हैं उड़नखटोले वाले मसीहा कई बार यह नज़ारा देख चुके हैं हालाँकि इन उड़नखटोलों का खर्च भी आपसे ही वसूला गया है खैर आपसे क्या मतलब आप तो मर चुके हैं।
हाँ हम तो कोसी की त्रासदी भी भूल गए थे कुछ याद तो नहीं आ रहा याद मत कीजिएगा वरना फिर आपको अपने ज़िन्दा होने का शक होने लगेगा और परेशानी ज़िन्दा लोगों कि जागीर है इसलिए कुछ याद करने की ज़रूरत नहीं है वैसे भी आक्सिज़न बहुत महंगी है अगर आपने प्राणवायु की मांग की तो कीमत नहीं चुका पाएंगे क्योंकि धन तो सब काला हो गया है और काले धन को प्रचलन से बाहर कर दिया गया है लिहाज़ा आप कुछ नहीं खरीद सकते अगर खरीद सकते होते तो ज़रूर ऑक्सीजन खरीद लेते और अपने नन्हे मुन्नों को बचा लेते ।
आपका नाम डॉ कफील तो नहीं है बड़ा बुरा आदमी है इस तरह का तो किसी को नाम भी नहीं रखना चाहिए बड़ी बदनामी करायी इस आदमी ने क्या ज़रूरत थी झूठे हीरो बनने की मरने वालों से कैसी हमदर्दी क्योंकि मुर्दों को किसी से हमदर्दी नहीं होती तो फिर यह आदमी क्यों ज़िन्दा रहा क्या इसने अपनी निजी प्रैक्टिस से ऑक्सीजन खरीदने का धन जुटा लिया था जो यह ज़िंदा है वरना तो कोई सांस लेता नहीं मिलता इस डॉ को सख्त सज़ा मिलनी चाहिए मै तो कहता हूँ इसकी ऑक्सीजन ज़ब्त कर ली जानी चाहिए भला यह कैसे ज़िन्दा रह गया इसे भी मुर्दों की जमात में होना चाहिए आप सहमत हैं असहमति जताने का आपको अधिकार नहीं है क्योंकि मुर्दे असहमति नहीं जताते ।
आज एक और खबर आई है रायपुर से यहाँ भी ऑक्सीजन खत्म हो गयी पता चला है कुछ फूल मुरझा गए हैं मगर चिंता की बात नहीं है क्योंकि अगस्त चल रहा है और अगस्त में बच्चे मरते हैं आपको नहीं पता उत्तरप्रदेश के एक मंत्री हैं सिवाए सच के वह कुछ नहीं बोलते बिना तर्क के कोई बात नहीं करते आकड़ों के बाज़ीगर हैं महानुभाव उन्होने देश को ज्ञान दिया है कि अगस्त में बच्चे मरते हैं अंग्रेजी तो समझते ही होंगे आप मतलब डोन्ट वरी ।
अजी जाने दीजिये इन बातों में क्या रखा है यह तो ज़िन्दा लोगों से की जाने वाली हैं आइये बाढ़ में डूब मरे आप वन्दे मातरम क्यों नहीं गाते यह बड़ा मसला है आपको जीने का कोई हक नहीं है चलिए इसपर बहस करिए| आज मुस्लिम औरतों को बचाना होगा तीन तलाक समाज का कैंसर है यह कौन है जो चिल्ला रहा है कि बाढ़ से बचाओ यह तो प्राकृतिक आपदा है हम क्या करें हमे तो तलाक रोकनी है पानी कम हो जायेगा धैर्य रखिये बच गए तो आपकी किस्मत मर गए तो भी क्या हो जायेगा ।
आइये राम मंदिर का निर्माण करते हैं यह बाढ़ तो आती ही रहती है पानी पर किसका ज़ोर सरकार बेचारी क्या करे अभी तो तेजस्वी से छुटकारा दिलाया है वह तो कहिये अंतरात्मा की आवाज़ सुनाई दे गयी वरना न जाने कितना बुरा हो जाता, वैसे हम सृजन कर रहे हैं आप हमारा साथ दीजिये देखिये अब कोई आवाज़ सुनाई नहीं देगी क्या आप ज़िन्दा है जो सुनने और सुनाने की बात कर रहे हैं अगर हाँ तो बताइए कहाँ से आया यह काला धन जिससे आपने आक्सिज़न खरीद ली और आप अभी तक ज़िंदा हैं ।
अरे बड़े बहादुर निकले अस्पताल में भी बच गए और तो और बाढ़ से भी ज़िंदा निकल आये अब सवाल पूछोगे तुम ट्रेन से नहीं बचोगे ट्रेन हादसे तो आतंकवाद की वजह से हैं पपाकिस्तान की साजिश है जिन कर्मचारियों पर कार्यवाही हुई है वह सब पकिस्तान के एजेन्ट हैं शायद तभी तो इनपर कार्यवाही की गयी है लेकिन आप को कुछ समझने और पूछने का अधिकार नहीं है जितना बताया जाये जो कहा जाये उसपर यकीन कीजिये आपका फ़र्ज़ है सरकार का साथ देना वरना ऑक्सीजन ज़ब्त कर ली जाएगी अब आप खुद को मुर्दा ही समझिये ज़िन्दगी का अहसास आपसे ऑक्सीजन छीन लिए जाने की सबसे बड़ी वजह बन सकती है ।
अब आपको हर हाल में मरना होगा या मुर्दा होने का नाटक करना होगा वरना या तो ऑक्सीजन ज़ब्त हो जाएगी या बाढ़ में बह जायेंगे आतंकवादी ट्रेन को भी निशाना बना सकते हैं देखिये कुछ सोचने की कोशिश भी मत कीजियेगा। कहिये वन्दे मातरम एभारत माता कि जय एऔर सबको बताइए कि हम ज़िन्दा नहीं हैं ।