किताबों के बीच शहर के रचनाकारों की धमक
लखनऊ: अमृतलाल नागर, यशपाल, भगवतीचरण वर्मा, श्रीनारायण चतुर्वेदी से लेकर श्रीलाल शुक्ल, मुद्राराक्षस जैसे अनेक साहित्यकारों ने लखनऊ का नाम रोशन किया है। यहां मोतीमहल वाटिका लाॅन राणा प्रताप मार्ग में चल रहे राष्ट्रीय पुस्तक मेले में इन रचनाकारों की पुस्तकों के साथ ही शहर के हर विधा के अन्य रचनाकारों की पुस्तकें हैं। मेले में आज अनेक रचनाकार व समाजसेवी सम्मानित भी किये गये। अपना आधे से ज्यादा सफर तय कर चुके पुस्तक मेले में हर तरह की पुस्तकें न्यूनतम 10 प्रतिशत छूट पर मिल रही है।
पुस्तक मेले के स्थानीय रचनाकारों के स्टाल में साहित्यकार मुद्राराक्षस पर उनके पुत्र रोमेल मुद्राराक्षस द्वारा अंतरंग स्तर पर लिखी ‘मुद्राराक्षस साहित्य वीथिका’, अनवर जलालपुरी की ‘उर्दू शायरी में गीता’ और एडवोकेट पद्मकीर्ति की ‘किस्से कचहरी के’ ध्यान आकृष्ट कर रही है। यहां गिरीश पाण्डेय, भोलानाथ अधीर, प्रमोद द्विवेदी, अशोक कुमार पाण्डेय, सुरेन्द्र सहाय श्रीवास्तव, बीरपाल सिंह निश्छल, अनुराग शुक्ल, चन्द्रकान्ता वाजपेयी, रामजी दास कपूर, भारत भूषण पंत, नवीन शुक्ल नवीन, योगेश प्रवीन, रवि राय, श्रुति, विभा चन्द्रा,, सत्यधर शुक्ल, कमला श्रीवास्तव, कृष्णा अवस्थी, डा.के.के.सिंह मयंक, रूबी शर्मा, अजय चतुर्वेदी, संजय टण्डन, डा.अमिता दुबे, शीला पाण्डेय, राम नगीना मौर्य, परमहंस मिश्र प्रचण्ड, आई.जे.नाहल, राजिन्दर सिंह अरोरा, शशि सिंह मोनालिसा, रामप्रकाश शुक्ल प्रकाश आदि रचनाकारों की काव्य, कथा साहित्य आदि अनेक विधाओ की किताबें हैं।
आज शाम मंच पर आज नालेज हब की ओर से संयोजक देवराज अरोड़ा- नीरू अरोड़ा, व्यंग्यकार डा.गोपाल चतुर्वेदी, डा.सुनील जोगी व अतिथियों ने डा.विद्याविंदु सिंह को साहित्यकार शिरोमणि सम्मान से नवाजा। इस अवसर पर चन्द्रप्रकाश, डा.जगदीश गांधी, महेन्द्रप्रताप सिंह, संजय पुरुषार्थी, सरोजिनी अग्रवाल, योगेश प्रवीन, नरोत्तम दासबाबूजी व अमिताभ कुमार को लखनऊ सेवारत्न सम्मान प्रदान किया गया। सुबह नवसृजन संस्था द्वारा देवेश द्विवेदी के संयोजन में चली काव्य गोष्ठी में त्रिवेणीप्रसाद दूबे, ओमप्रकाश अग्रवाल, डा.योगेश, डा.रंगनाथ मिश्र सत्य, विशाल मिश्र, डा.श्याम गुप्त, सुषमा गुप्ता, नरेन्द्र भूषण, जया शर्मा आदि ने रचनाएं पढ़ीं व कई पुस्तकों का लोकार्पण हुआ। साहित्यकार गोपाल उपाध्याय की स्मृति में उत्कर्ष प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित वर्तमान परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रवादी चिंतन विषयक परिचर्चा में डा.विद्याविंदु सिंह, पवन पुत्र बदल, सुरेश कुमार सिंह, हरीश उपाध्याय, घनानन्द पाण्डे, के.एन.चंदाला, कैलाश उपाध्याय आदि उपस्थित रहे। युग गरिमा पत्रिका के काव्य समारोह में दयानन्द पाण्डे आदि ने कविताएं पढ़ीं। देर शाम कवि सम्मेलन से पहले राजेश अरोड़ा शलभ की पुस्तक ‘राग सरकारी’ का लोकार्पण किया गया। दाना-पानी की ओर से मेले में आज बच्चों के साथ बड़ों ने खो-खो खेल का आनन्द लेकर बचपन की यादें ताजा कीं।
इससे पहले कल आज का समय और साहित्यकारों का दायित्व विषयक संगोष्ठी के बाद कवयित्री सम्मेलन के अंतर्गत नीरजा हेमेन्द्र की कृति ‘ढूंढकर लाओ’ का लोकार्पण हुआ। अमिताभ कुमार की ताजा पुस्तक ‘सरपंच’ के लोकार्पण में उपमुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा, मंत्री बृजेश पाठक, कवि डा.सुनील जोगी, सर्वेश अस्थाना, मंडल रेल प्रबंधक सतीशकुमार सहित अनेक रेल अधिकारी शामिल रहे। अंत में लक्ष्य साहित्यिक संस्था का राष्ट्र भावना काव्य समारोह चला।