गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मासूमों की मौत का सिलसिला जारी
पिछले दो दिन में 34 और बच्चों ने दम तोड़ा
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले दो दिनों में शहर के बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में 34 और बच्चों की मौत हो गई है।
इनमें से पांच मौतें इंसेफेलाइटिस से हुई हैं। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा.पी.के.सिंह के मुताबिक, सबसे ज्यादा 24 मौतें सोमवार को हुईं। इनमें से 15 मासूमों की मौत एनआईसीयू में हुई। इंसेफेलाइटिस वार्ड में एईएस के पांच सहित नौ मरीजों की मौत हुई।
मंगलवार को पीडियाडिपार्टमेंट में दस मासूमों की मौत हुई। इनमें सात मौतें एमाइसीयू में हुईं और तीन इंसेफेलाइटिस वार्ड में तीन की। इंसेफेलाइटिस वार्ड में तीनों मौते गैर एईएस मरीजों की हुई हैं।
इससे पहले जिलाधिकारी राजीव रौतेला द्वारा कराई गई मजिस्ट्रेट जांच में यह साफ हो गया था कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 10 एवं 11 अगस्त को हुई मासूमों की मौत के पीछे आक्सीजन की कमी भी एक बड़ी वजह रही।
रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है कि ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराए बगैर जिम्मेदार छुट्टी चले गए। बता दें कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने अपनी जांच रिपोर्ट तैयार की है।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार की दोपहर में गोरखपुर पहुंचे थे। उन्होंने बीआरडी मेडिकल कालेज में आक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत पर दुख व्यक्त किया। जिन्होंने इस घटना में अपने बच्चे खो दिए हैं, ऐसे तीन परिवारों में जाकर उन्होंने उनका दुख बांटा और हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।