‘न्यू इंडिया में गरीबी की कोई जगह नहीं होगी
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का देश के नाम सम्बोधन
नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को संबोधित किया. उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद को नमन किया. कोविंद ने कहा कि आज देश के लिए कुछ कर गुजरने की भावना को फिर से अपनाने का समय है. जिस पीढ़ी ने आजादी दिलाई उनका दायरा बहुत बड़ा है.
उन्होंने कहा, "हम उनके ऋणी हैं जिन्होंने आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति दी. अब समय है कि हम उनसे प्रेरणा लें जिन्होंने देश के लिए अपनी जान दी."
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में स्वच्छ भारत का भी आह्वान किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया है लेकिन यह देश को साफ रखने की जिम्मेदारी सभी की है. सरकार कानून बना सकती है, लागू कर सकती है और मजबूत कर सकती है लेकिन इसका पालन करना सभी की जिम्मेदारी है.
उन्होंने जीएसटी, नोटबंदी का जिक्र करते हुए इनकी सफलता के लिए देशवासियों के योगदान की सराहना की. कोविंद ने कहा कि नोटबंदी के दौरान लोगों ने धैर्य का परिचय दिया. नोटबंदी के लोगों में ईमानदारी की प्रवृत्ति बढ़ी है. देश के लोगों ने जीएसटी को खुशी-खुशी अपना लिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यू इंडिया के सपने का भी राष्ट्रपति ने जिक्र किया. उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया बनाने के लक्ष्य को पूरा करना राष्ट्रीय संकल्प होना चाहिए.