रेलवे द्वारा प्रयाग अर्द्धकुम्भ-2019 के लिए हर सम्भव तैयारी की जाए: मुख्यमंत्री
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज यहां शास्त्री भवन में महाप्रबन्धक पूर्वाेत्तर रेलवे (गोरखपुर) श्री एस0पी0 त्रिवेदी, महाप्रबन्धक उत्तर रेलवे (नई दिल्ली) आर0के0 कुलश्रेष्ठ तथा महाप्रबन्धक उत्तर-मध्य रेलवे (इलाहाबाद) एम0सी0 चौहान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात कर उत्तर प्रदेश के अन्दर रेलवे द्वारा बनवाए जा रहे आर0ओ0बी0 तथा अन्य परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति के विषय में जानकारी दी।
रेलवे के इन अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि वर्तमान में प्रदेश में अनेक स्थानों पर रेलवे द्वारा आर0ओ0बी0 बनवाए जा रहे हैं, जिनमें से रेलवे द्वारा निर्मित किये जाने वाले हिस्से का निर्माण किया जा चुका है, जबकि राज्य सरकार वाले हिस्से का निर्माण होना बाकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से इन आर0ओ0बी0 के राज्य द्वारा निर्मित किये जाने वाले हिस्सों को शीघ्र बनवाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री जी ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को आश्वस्त किया कि अब इस कार्य में तेजी लायी जाएगी और हर सम्भव मदद राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करायी जाएगी।
उत्तर-मध्य रेलवे के महाप्रबन्धक ने बताया कि वर्तमान में इलाहाबाद क्षेत्र के लिए रेलवे द्वारा 48 आर0ओ0बी0 स्वीकृत किये जा चुके हैं, परन्तु इनमें अभी तक राज्य सरकार की सहमति नहीं मिली है, जिस कारण इनके निर्माण में विलम्ब हो रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से इन आर0ओ0बी0 के राज्य सरकार द्वारा निर्मित किये जाने वाले हिस्सों को शीघ्र स्वीकृत कर पूरा किये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री जी द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया कि इस कार्य को शीघ्रता से सम्पन्न किया जाएगा।
अधिकारियों द्वारा प्रयाग अर्द्धकुम्भ-2019 के सम्बन्ध में रेलवे द्वारा की जा रही तैयारियों के विषय में भी मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस अर्द्धकुम्भ के लिए हर सम्भव तैयारी रेलवे द्वारा की जाए, ताकि इस आयोजन में आने वाले लोगों को आवागमन से सम्बन्धित किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री जी को उत्तर प्रदेश में रेलवे द्वारा संचालित बड़ी परियोजनाओं के विषय में भी जानकारी दी गयी और उनके लिए भी राज्य सरकार की सहभागिता का अनुरोध किया गया।
अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार इन सभी परियोजनाओं में हर सम्भव सहायता देगी, ताकि इन्हें समय से पूरा किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को काशी, विंध्याचल, चित्रकूट, नैमिषारण्य इत्यादि जैसे स्थलों को पूरे प्रदेश में जोड़कर पर्यटकों के लिए आकर्षक पैकेज बनाने का भी सुझाव दिया, ताकि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि अगर सुविधाजनक पैकेज मिले और रेलवे हर तरह की सुविधा यात्रियों को उपलब्ध कराए तो बड़ी संख्या में पर्यटकों को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध से जुड़े कई महत्वपूर्ण स्थल भी उत्तर प्रदेश में स्थित हैं। ऐसे में रेलवे पैकेज बनाकर पर्यटकों को इस ओर आकर्षित किया जा सकता है।
योगी जी ने रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ के कारण होने वाली असुविधा की ओर रेलवे प्रतिनिधिमण्डल का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था किसी अलग स्थान पर की जाए ताकि रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पर चढ़ने-उतरने वालों को दिक्कत न हो। उन्होंने गोरखपुर से विभिन्न नगरों को जोड़ने के लिए तेज गति वाली इण्टरसिटी रेल चलाने का भी सुझाव दिया, ताकि यात्री कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। रेलवे अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री जी को सूचित किया गया कि इलाहाबाद से लखनऊ के बीच में एक शताब्दी जैसी तीव्रगामी ट्रेन चलाने का सुझाव मा0 उच्च न्यायालय की तरफ से मिला है, जो 3 घण्टे में यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचा सके।