मुलायम के निशाने पर नितीश
सीएम चेहरा बनने के लिए मेरे सामने रोये थे
समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है. उन्होंने दावा किया है कि सीएम का चेहरा बनने के लिए नितीश उनके सामने रोये थे. उन्होंने ये भी कहा कि लालू किसी भी कीमत पर नीतीश पर भरोसा करने को तैयार नहीं थे. इस दौरान उन्होंने नीतीश पर बिहार के मतदाताओं को धोखा देने का आरोप लगाया.
मुलायम सिंह ने कहा, लालू चाहते थे कि चुनाव के बाद विधायकों की संख्या के मुताबिक सीएम चुना जाये. मतलब साफ था कि लालू नीतीश के साथ सिर्फ गठबंधन चाहते थे. वह मुख्यमंत्री के चेहरे के बिना चुनाव में जाना चाहते थे. इसके पीछे लालू की रणनीति ये थी की अगर उनकी पार्टी को ज्यादा सीट मिले तो वो बाद में नीतीश पर दबाव डाल सकें. हालांकि, मुलायम के दबाव में लालू ने नीतीश की मांग मान ली थी.
8 जून 2015 को मुलायम सिंह के घर पर लालू और नीतीश की बैठक हुई थी. इसमें सीटों के बंटवारे को लेकर फैसला होना था. उसी दौरान जनता दल का हिस्सा रहे दलों को एकजुट करने की एक मुहिम चल रही थी, जिसके कारण मुलायम उस बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. मुलायम ने मुखिया के तौर पर न सिर्फ लालू और नीतीश के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बनाई, बल्कि नीतीश का रास्ता भी आसान कर दिया.
नीतीश और लालू की जंग में मुलायम का कूदना कई मायने में महत्वपूर्ण है. मुलायम सिंह न सिर्फ लालू के रिश्तेदार हैं, बल्कि नीतीश से उनकी सियासी अदावत भी रही है. इस वक्त नीतीश के बीजेपी के साथ जाने से वह नाराज भी हैं.
बता दें कि आने वाले दिनों में मुलायम और शरद यादव की मुलाकात भी हो सकती है. सूत्रों के अनुसार, दोनो नेता अपनी-अपनी पार्टी से नाराज हैं. मुलायम के छोटे भाई शिवपाल एक सेक्युलर मोर्चा बनाने की भी फिराक में हैं.
नीतीश द्वारा इस्तीफ़ा देकर बीजेपी के साथ सरकार बनाने के बाद लालू लगातार उन पर हमला कर रहे हैं. अब नीतीश कुमार मुलायम सिंह के निशाने पर भी आ गए हैं. लालू, शरद और अब मुलायम के हमले की जद में आने के बावजूद नीतीश की सियासी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला, लेकिन उनकी छवि पर सवालिया निशान तो लग ही रहा है.