गाले टेस्ट: श्रीलंका चार दिन में चारों खाने चित
गाले: भारतीय टीम ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी, दोनों क्षेत्रों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए श्रीलंका को यहां पहले टेस्ट में 304 रन के विशाल अंतर से हरा दिया. मैच का फैसला चौथे दिन ही हो गया. श्रीलंका की टीम के सामने जीत के लिए 550 रन का असंभव सा लक्ष्य था लेकिन दूसरी पारी में वह 245 रन पर ढेर हो गया. आठवें विकेट के रूप में लाहिरु कुमारा के आउट होते ही श्रीलंका की दूसरी पारी को समाप्त मान लिया गया. हेराथ और गुणरत्ने चोट के कारण बैटिंग के लिए नहीं उतरे. श्रीलंका की दूसरी पारी में दिमुथ करुणारत्ने के 97 और निरोशन डिकवेला के 67 रन ही उल्लेखनीय रहे. भारत की पहली पारी में 190 रन बनाने वाले शिखर धवन मैन ऑफ द मैच घोषित किए गए. रविचंद्रन अश्विन को भी उनके 50वें टेस्ट पर विशेष अवार्ड दिया गया.
इससे पहले सुबह भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी तीन विकेट पर 240 रन बनाकर घोषित की थी और श्रीलंका को जीत के लिए 550 रन का लक्ष्य दिया था. भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने अपना 17वां टेस्ट शतक लगाते हुए नाबाद 103 रन की पारी खेली. भारतीय टीम ने मैच की पहली पारी में 600 रन का विशाल स्कोर बनाया था, जिसके जवाब में श्रीलंका की पहली पारी 291 रन बनाकर समाप्त हुई थी.
श्रीलंका की दूसरी पारी की शुरुआत निराशाजनक रही. दिमुथ करुणारत्ने और उपुल थरंगा ने पारी की शुरुआत की लेकिन पारी के तीसरे ही ओवर में उसे अनुभवी बल्लेबाज थरंगा (10 रन, दो चौके) का विकेट गंवाना पड़ा. उन्हें शमी ने बोल्ड किया. पहला विकेट 22 के स्कोर पर गिरा. भारतीय टीम को दूसरी सफलता के लिए भी ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा. उमेश यादव यह कामयाबी लेकर आए, उन्होंने गुणतिलिका (2 रन, आठ गेंद) को चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच कराया. दूसरा विकेट 29 के स्कोर पर गिरा. कप्तान विराट इसके बाद जल्द ही स्पिनर रवींद्र जडेजा और आर.अश्विन को आक्रमण पर ले आए.इसके बाद दिमुथ करुणारत्ने और कुसल मेंडिस ने अच्छी साझेदारी करते हुए भारत को लंच तक सफलता से वंचित रखा. लंच के समय श्रीलंका का स्कोर दो विकेट पर 85 रन था. भारतीय स्पिनर छकाने के बावजूद इस जोड़ी को तोड़ने में कामयाब नहीं हो पा रहे थे. लंच के बाद श्रीलंका के 100 रन 26.2 ओवर में पूरे हुए. इस दौरान करुणारत्ने का अर्धशतक 81 गेंदों पर छह चौकों की मदद से पूरा हुआ.
श्रीलंका का तीसरा विकेट 108 रन के स्कोर पर गिरा. आउट होने वाले बल्लेबाज कुसल मेंडिस (36 रन, 71 गेंद, तीन चौके) थे, उन्हें रवींद्र जडेजा ने विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा से कैच कराया. तीसरे अम्पायर ने यह फैसला भारतीय गेंदबाज के पक्ष में दिया.अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज से श्रीलंका को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन आज उन्होंने निराश किया. पहली पारी में अर्धशतक बनाने वाले मैथ्यूज दूसरी पारी में केवल दो रन बना सके. उन्होंने रवींद्र जडेजा ने हार्दिक पांड्या के हाथों कैच कराया. करुणारत्ने ने इसके बाद डिकेवला के साथ मिलकर भारतीय टीम को लंबे समय तक सफलता से वंचित रखा. पारी के 51वें ओवर में निरोशन डिकेवला को उस समय जीवनदान मिला जब हार्दिक पांड्या की गेंद पर स्लिप में अजिंक्य रहाणे के हाथ से मुश्किल कैच छूट गया. डिकवेला का स्कोर उस समय 41 रन था. श्रीलंका टीम के 150 रन 44.2 ओवर में पूरे हुए. चायकाल तक श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर 192 रन था. करुणारत्ने 85 और डिकवेला 48 रन बनाकर क्रीज पर थे.
चायकाल के बाद डिकवेला ने अपना चौथा अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने इस दौरान 82 गेंदों पर सात चौके लगाए. श्रीलंका टीम के 200 रन 58.5 ओवर में पूरे हुए. करुणारत्ने और डिकवेला की जोड़ी भारत के लिए परेशानी का कारण बनती जा रही थी. ऐसे में अश्विन भारतीय टीम के लिए सफलता लेकर आए. श्रीलंका टीम का पांचवां विकेट डिकवेला के रूप में गिरा, जो 67 रन (94गेंद, 10 चौके) बनाने के बाद ऑफ स्पिनर अश्विन की गेंद पर साहा को कैच थमा बैठे. पांचवां विकेट 217 रन के स्कोर पर गिरा. अश्विन के इसके बाद एक ही ओवर में सेट हो चुके करुणारत्ने (97रन, 208 गेंद, 9 चौके) और नुवान प्रदीप (0, दो गेंद) को आउट करके श्रीलंका टीम को अंत के करीब पहुंचा दिया. करुणारत्ने शतक से केवल तीन रन देर रह गए. उन्हें अश्विन ने बोल्ड किया जबकि प्रदीप का कैच कप्तान विराट कोहली ने लपका. ये दोनों विकेट 240 रन के स्कोर पर गिरे. श्रीलंका टीम आठवां विकेट लाहिरु कुमारा (0) के रूप में जडेजा के खाते में गया. हेराथ और गुणरत्ने चोट के कारण बैटिंग के लिए नहीं उतरे और 245 के स्कोर पर ही श्रीलंकाई पारी का अंत हो गया. भारत के लिए रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने तीन-तीन विकेट हासिल किए. मोहम्मद शमी और उमेश यादव के खाते में एक-एक विकेट आया.
इससे पहले, चौथे दिन की खेल की शुरुआत से ही भारतीय जोड़ी ने स्कोर को तेजी से आगे बढ़ाने का लक्ष्य बनाया. रहाणे ने भी अपने स्वभाव के विपरीत तेज शुरुआत करते हुए प्रदीप के ओवर में दो चौके जमाए. कप्तान कोहली ने दिलरुवान परेरा को छक्का लगाया. कोहली और रहाणे इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में 2000 या इससे अधिक की साझेदारी करने वाली भारत के 14वें जोड़ीदार बन गए हैं. विराट कोहली का शतक 133 गेंदों पर पांच चौकों और एक छक्के की मदद से पूरा हुआ. कोहली का शतक पूरा होते ही तीन विकेट पर 240 रन के स्कोर पर भारत की ओर से पारी घोषित कर दी गई. रहाणे 23 रन बनाकर नाबाद रहे.