यूपी: शिक्षामित्रों का धैर्य टूटा, बदायूं में एक शिक्षामित्र ने जहर खाया, मौत
लखनऊ: सालों की उम्मीद कोर्ट के एक फैसले पर झटके से टूट जाने पर शिक्षामित्रों का धैर्य जवाब दे गया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से यूपी में नाराज शिक्षा मित्रों का विरोध जारी है। गुरुवार को भी हजारों शिक्षामित्र स्कूल से निकलकर सड़क पर उतर पड़े। समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षामित्रों ने आंदोलन का बिगुल फूंका और एमजी रोड पर पैदल मार्च किया। प्रदेश के कई जिलों में शिक्षामित्रों ने सरकारी संपत्ति को तोड़ फोड़ की है।
बदायूं में समायोजन रद होने के फैसले से आहत शिक्षामित्र ने जहरीला प्रदार्थ खा लिया। जिससे उसकी बरेली के एक अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। समायोजन रद होने के फैसले से फैसले के बाद से आहत उसावां क्षेत्र के रतिनगला के प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र हरेश यादव ने विषाक्त पदार्थ खा लिया। हालत गंभीर होने पर उसे बरेली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। सूचना मिलतेही परिवार में कोहराम मच गया। परिवारजन बिना पोस्टमार्टम कराए शव को घर ले आए और गंगा किनारे अंतिम संस्कार के लिए ले गए। शिक्षामित्र के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए संघ के पदाधिकार गांव पहुंचे और घटना पर शोक जताया। हालांकि इस घटना की प्रशासन ने जानकारी होने से अभी तक इंकार किया है।
वहीं मथुरा में शिक्षामित्रों की निराशा अब आक्रोश में बदलती जा रही है। गुरुवार को दूसरे दिन भी वे सड़क पर उतरे और ऊर्जा मंत्री की आवासीय कालोनी राधा वैली व सांसद के कार्यालय के बाहर धरना दिया। इस दौरान एक महिला शिक्षामित्र बेहोश हो गई। संतोषजनक निदान न मिलने पर शिक्षामित्रों ने कुछ भी कर गुजरने का ऐलान किया है। शिक्षामित्रों के दोनों गुट गुरुवार को समूह में एकत्रित होकर सड़क पर निकले। जिलाध्यक्ष खेम सिंह चौधरी के नेतृत्व में उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बैनर तले शिक्षामित्रों का बड़ा समूह ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के राधा वैली स्थित आवास पहुंच गया। इसकी सूचना पर पुलिस बल ने कालोनी का गेट लगा दिया। शिक्षामित्र नारेबाजी करते हुए आवास के बाहर ही धरने पर बैठ गए।
मुरादाबाद, गोरखपुर, आगरा, बरेली हर जिले में शिक्षा मित्र सड़कों पर उतरे, स्कूलों में ताला लगा दिया। विरोध के दौरान कई शिक्षा मित्र सड़क पर गिरकर बेहोश हो गए। सरकार और कोर्ट से न्याय की गुहार के लिए जमकर नारेबाजी हुई। कलेक्ट्रेट में सीएम के नाम एसीएम तृतीय को ज्ञापन दिया। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ और आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के बैनल तले शिक्षामित्रों ने पहले डाइट परिसर में बुधवार को बैठक का आयोजन किया।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गोरखपुर में कार्यक्रम की सूचना पर इकट्ठा हुए मंडल के 10 हजार से अधिक निराश शिक्षामित्रों ने गुरुवार को उपवास रखकर प्रदर्शन किया। डिप्टी सीएम का कार्यक्रम रद्द होने की सूचना के बाद गोरखनाथ मंदिर के लिए कूच किए शिक्षामित्रों और पुलिस के बीच धर्मशाला बाजार से गोलघर काली मंदिर के बीच 3 घंटे तक संघर्ष हुआ। शिक्षामित्रों पर पुलिस पानी के बौछार कराए तो वे तोड़फोड़ करने लगे।
पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और 16 महिलाओं को हिरासत में ले लिया। इस दौरान दो दर्जन से अधिक शिक्षामित्र घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल चार शिक्षामित्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वाटर कैनन से 15 मिनट तक पानी की बौछार और 5 मिनट तक लाठी चार्ज का समाना करने के बाद प्रदर्शनकारी शिक्षा मित्रों के पांव उखड़ गए हैं। पुलिस ने गोरखनाथ मंदिर की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को पीछे लौटने पर मजबूर कर दिया है।