व्यक्तियों से कहीं अधिक टीम का हित महत्वपूर्ण है: शास्त्री
मुंबई: टीम इंडिया के नवनियुक्त कोच रवि शास्त्री ने अनिल कुंबले की 'विदाई' के बाद उन्हें कोच नियुक्त किए जाने को लेकर बनी परिस्थितियों के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है. टीम के श्रीलंका दौरे पर रवाना होने से पहले मीडिया से बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि व्यक्तियों से कहीं अधिक टीम का हित महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि शास्त्री और कुंबले आते और जाते रहेंगे लेकिन टीम का संयोजन हमेशा अहम रहेगा. इस मौके पर रवि ने भरत अरुण को गेंदबाजी कोच नियुक्त किए जाने का भी बचाव किया. शास्त्री ने कहा, 'भरत अरुण इन खिलाड़ियों से मुझसे बेहतर तरीके से वाकिफ हैं. वे इस सिस्टम के साथ 15 से अधिक वर्षों से जुड़े रहे हैं.'
टीम इंडिया के इस पूर्व हरफनमौला ने कहा कि वे टीम के पिछले वेस्टइंडीज दौरे की तुलना में अधिक परिपक्व हुए हैं. उन्होंने कहा, श्रीलंका के पिछले दौरे के मुकाबले अब मैं अधिक परिपक्व हूं. मैं पिछले दो सप्ताह में अधिक परिपक्व हुआ हूं और अब मेरे ऊपर किसी तरह का दबाव नहीं है.' विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया को श्रीलंका में तीन टेस्ट, पांच वनडे मैच और एक टी20 मैच खेलना है. तीन टेस्ट गाले, कोलंबो और कैंडी में खेले जाएंगे. आठ साल में यह पहली बार है जब टीम इंडिया श्रीलंका में फुल सीरीज (तीनों फॉर्मेट) खेलने वाली है. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने इस मौके पर कहा, उन्हें नए कोच रवि शास्त्री के साथ अच्छे कामकाजी रिश्ते की उम्मीद है क्योंकि टीम निदेशक के रूप में इस पूर्व भारतीय कप्तान के पिछले कार्यकाल के दौरान उन्हें एक-दूसरे की अच्छी समझ है. शास्त्री इससे पहले 2014 से 2016 के बीच भारत के टीम निदेशक रह चुके हैं.
शास्त्री की मौजूदगी में कोहली ने कहा, ‘पिछले तीन साल में हमने साथ काम किया है. मुझे नहीं लगता कि मुझे कुछ और समझने की जरूरत है. हमने पहले भी साथ काम किया है, हमें पता है कि क्या अपेक्षा है और क्या उपलब्ध है. मुझे नहीं लगता कि इसके लिए कोई प्रयास करने की जरूरत है.’शास्त्री ने अनिल कुंबले की जगह कोच बनाया गया है जिनका एक साल का सफल कार्यकाल कोहली के साथ मतभेद के बाद विवादों के बीच खत्म हुआ. जब यह पूछा गया कि पिछले कुछ हफ्तों में जो हुआ उसे उन पर किसी तरह का अतिरिक्त दबाव है, कोहली ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई अतिरिक्त दबाव है. एक टीम के रूप में हम उपलब्धियां हासिल करने की उम्मीद करते हैं. सभी ने मुश्किल समय का सामना किया है. मैं कोई अतिरिक्त दबाव नहीं लेता. जब तक मैं कप्तान हूं, जिम्मेदारी लेता रहूंगा. आपको सिर्फ अपनी मानसिकता का ध्यान रखना होता है.’
कोहली से कुंबले को लेकर कोई प्रत्यक्ष सवाल नहीं पूछा गया लेकिन खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के बीच संवाद से जुड़े सवाल पर कोहली ने कहा, ‘समझ और संवाद सभी चीजों पर लागू होता है. यह क्रिकेट ही नहीं बल्कि किसी भी रिश्ते पर लागू होता है. सभी लोग जीवन में कभी ना कभी रिश्तों से गुजरते हैं, समान नियम लागू होते हैं.’