यूपी विधानसभा में मिले विस्फोटक पर उठने वाले सवाल
लखनऊ: यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने की खबरों के बाद एफएसएल आगरा की जांच का हवाला देते हुए ऐसी ख़बरें आई थी कि यूपी विधानसभा में जो विस्फोटक मिला था, वह PETN नहीं था. अब सरकार की ओर से सफाई आई है कि विस्फोटक को जांच के लिए FSL आगरा भेजा ही नहीं गया था, क्योंकि वहां जांच के लिए ज़रूरी मशीनें नहीं थीं. विधानसभा में मिले विस्फोटक की SFSL लखनऊ में जांच हो रही है, जिसमें इसे PETN होने के संकेत मिले हैं. जांच के मुताबिक़, विस्फोटक पानी में आसानी से घुलनेवाला नहीं है, साथ ही इसमें नाइट्रेट की मौजूदगी भी है हालांकि PETN की पुष्टि के लिए SFSL लखनऊ में दो और टेस्ट हो रहे हैं, जिसकी रिपोर्ट गुरुवार तक आने की उम्मीद है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा में पीईटीएन विस्फोटक पदार्थ पाए जाने के मामले की जांच एनआईए को सौंपे जाने के बाद आतंकवाद रोधी स्क्वायड ने विधान भवन में नियुक्त कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ कर बयान दर्ज किए थे. विधानसभा में विस्फोटक मिलने के बाद हर कोई हैरान है. विधानसभा की सुरक्षा में सेंध का यह सबसे बड़ा मामला है. सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि इतनी भारी सुरक्षा के बीच विस्फोटक पदार्थ विधानसभा में पहुंचा कैसे.
इस मामले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई थी. यह विपक्ष वाली लाइन में मिला था. योगी ने कहा था कि 150 ग्राम PETN मिला. यह एक पुड़िया में मिला. विस्फोटक मिलना चिंताजनक है. यह एक खतरनाक साजिश का हिस्सा है. जो इस साजिश के पीछे हैं उनका पर्दाफाश होना जरूरी है. मैं विपक्षी दलों से इस मामले में सहयोग की अपील करता हूं. कुछ लोग शरारत पर उतर आए हैं, उन्हें सबक सिखाने की जरूरत है.